Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नए साल के पहले ही दिन नक्सलियों के साथ हुई. मुठभेड़ में नक्सलियों की क्रॉस फायरिंग में एक छह महीने की बच्ची की मौत हो गई. जबकि बच्ची की मां को हाथ में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गईं. साथ ही इस मुठभेड़ में DRG के दो जवान भी गोली लगने से घायल हो गए हैं. जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के मुतवंडी के जंगलों में सोमवार को देर शाम नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई. यह मुठभेड़ लगभग एक घंटे तक चली. 


घटनास्थल के पास ही गांव होने की वजह से यहां महिला अपनी दुधमुंही बच्ची को लेकर गुजर रही थी. इस दौरान नक्सलियों की तरफ से हुई गोलीबारी में  बच्ची को गोली लगी, जिससे बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि बच्ची की मां के हाथ में गोली लगी. नक्सलियों ने जवानों पर घात लगाकर हमला किया जिस वजह से डीआरजी के दो जवान भी घायल हो गए. जवाबी कार्रवाई में जवानों ने नक्सलियों का डटकर मुकाबला किया और उन्हें पीछे धकेलने में कामयाब हुए. 


मुठभेड़ थमने के बाद तुरंत घायल दोनों जवानों को और घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया गया. महिला और घायल जवानों का इलाज जारी है. पुलिस के अधिकारियों ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों के बड़े लीडर को भी गोली लगी है. पुलिस को जानकारी मिली है कि इस मुठभेड़ में भैरमगढ़ एरिया कमेटी सचिव चन्द्रन्ना भी मौजूद था और उसे भी जवानों की गोली लगी है. हालांकि इस घायल नक्सली को साथी नक्सली मुठभेड़ स्थल से साथ ले जाने में कामयाब रहे.


बीजापुर जिले के नक्सल ऑपरेशन के एडिशनल एसपी वैभव बंकर से मिली जानकारी के मुताबिक, नए साल के पहले दिन सोमवार शाम को DRG और सीआरपीएफ जवानों की संयुक्त टीम नक्सल प्रभावित एरिया गंगालूर थाना क्षेत्र के मुतवंडी गांव की तरफ नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर ऑपरेशन के लिए निकली हुई थी. इसी दौरान पहले से ही घात लगाए नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग खोल दी. 


एडिशनल एसपी वैभव ने बताया कि इस मुठभेड़ में DRG के दो जवानों को भी गोली लगी है. फिलहाल दोनों जवानों का इलाज चल रहा है और उनकी जान खतरे से बाहर बताई जा रही है. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के गोली का जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. जवानों ने बताया कि इस मुठभेड़ में मौजूद नक्सलियो के भैरमगढ़ एरिया  कमेटी के सचिव चन्द्रन्ना को भी पैर में गोली लगी है. जवानों का कहना है कि घटनास्थल में  बड़ी मात्रा में खून के धब्बे के निशान मिले हैं, जिससे माना जा रहा है कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचा है. फिलहाल घायल महिला का बेहतर इलाज किया जा रहा है. जवानों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफर करने की तैयारी की जा रही है. नक्सलियों की फायरिंग में मारे जाने वाली बच्ची के परिवार वालों में मातम छाया हुआ है.


New Year 2024: दुर्ग पुलिस ने साल के पहले दिन पेश किया अपना रिपोर्ट कार्ड, जिले में अपराध में आई 12% की कमी