Kondagaon News: छत्तीसगढ़ के बस्तर के ग्रामीण अंचलों में आज भी अंधविश्वास और भ्रम हावी है. यही वजह है कि इसके चलते बस्तर के ग्रामीण अंचलों के लोग लगातार ठगी का शिकार हो रहे हैं. संभाग के कोंडागांव जिले के केशकाल में भी ऐसे ही अंधविश्वास के चलते एक ग्रामीण से 8 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. हालांकि पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए सप्ताह भर के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन लगातार इस तरह के मामले बस्तर में बढ़ते ही जा रहे हैं.


ग्रामीण ने आरोपी युवक के झांसे में आकर अलग-अलग बैंक खाते में साढ़े 8 लाख रुपये जमा करवा दिये. इसके बाद और पैसे की डिमांड करने के बाद ग्रामीण ने अपने आपको ठगी महसूस करते हुए पुलिस को इसकी जानकारी थी और पुलिस ने आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि पुलिस को आरोपी को पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. चार दिन के रेकी के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के पास से मोबाइल फोन, कंप्यूटर और कुछ नगद राशि भी बरामद की गई है.


झांसा देकर 8 लाख रुपये की ठगी की


कोंडागांव के एडिशनल एसपी दौलत राम से मिली जानकारी के मुताबिक केशकाल विकासखंड के इरागांव के निवासी बलिराम कोर्राम ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उसके पास पुराने सिक्के के कलेक्शन रखे हुए हैं. राजस्थान के रहने वाले एक मौसम नाम के युवक ने इन सिक्कों के बदले उन्हें 53 लाख रुपए देने का लालच दिया, लेकिन इतनी बड़ी रकम पाने के लिए कुछ रकम जमा करने का झांसा दिया. जिसके बाद आरोपी युवक ने अलग अलग बैंक खाते में रकम डलवाते हुए बलिराम से साढ़े 8 लाख रुपये की ठगी कर ली.


इस रकम को यूपीआई के माध्यम से भी आरोपी की तरफ से डलवाया गया. इसके बाद और पैसे की डिमांड करने से बलिराम कोर्राम ने खुद को ठगी का शिकार महसूस करते हुए तुरंत केशकाल थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई. साथ ही  बलिराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने तुरंत इस मामले की छानबीन शुरू कर दी और साइबर सेल टीम की मदद से जिस खातों में रकम डलवाया गया उन सभी खातों की जांच की और उसके बाद आरोपियो की पतासाजी के लिए एक टीम गठित कर राजस्थान रवाना किया गया.


घेराबंदी कर पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार


पुलिस की टीम ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान के भरतपुर मेवात क्षेत्र और हरियाणा के नूह क्षेत्र में कैंपिंग कर आरोपी के रहने की संभावित ठिकानों पर लगातार चार दिनों तक नियमित रूप से रेकी की और आरोपी के तस्दीक के बाद राजस्थान के लोकल पुलिस की मदद से उनके ठिकाने की घेराबंदी कर एक आरोपी को हिरासत में लिया. पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबूल किया. आरोपी के पास से कंप्यूटर, बैंक खातों के पासबुक और कुछ नगद राशि बरामद की है.  पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों का कोई गिरोह है जो इस तरह लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता है. कोंडागांव एडिशनल एसपी दौलतराम पोर्ते का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी किया जाएगा.


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