Chhattisgarh  Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ के तीन लोकसभा सीट में कल 26 अप्रैल को मतदान होना है, इन तीन लोकसभा सीट में कांग्रेस लोकसभा सीट अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, सप्ताह भर पहले कांकेर के छोटे बेठिया इलाके में ही जवानों ने 29 नक्सलियों का एनकाउंटर किया था, इसके बाद से नक्सलियों की बौखलाहट बढ़ती जा रही है, नक्सलियों ने इस घटना के विरोध में 25 अप्रैल को नारायणपुर और कांकेर जिला बंद बुलाया है, जिसको लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है.


वहीं बस्तर पुलिस को इंटेलिजेंस ब्यूरो से सूचना मिली है कि नक्सली चुनाव के दौरान किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं.  इसको लेकर कांकेर पुलिस और नारायणपुर पुलिस के द्वारा खास सतर्कता बरती जा रही है,


बस्तर के आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि नए साल से नक्सल विरोधी अभियान तेज किए जाने से नक्सली संगठन में भगदड़ मची हुई है, और ऐसे में नक्सली बिखराव रोकने के लिए किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं, इसको लेकर पूरे बस्तर संभाग में अलर्ट जारी किया गया है, खासकर के अंदरूनी इलाकों के पुलिस कैंप में अलर्ट जारी करने के साथ जवानों को भी सचेत कर दिया गया है और अंदरूनी इलाकों में एंटी नक्सल ऑपरेशन भी तेज कर दिए गए हैं.


अपने साथियों के मारे जाने के बाद नक्सलियो में दिख रही बौखलाहट
दरअसल बस्तर में इन दिनों फोर्स ने नक्सलियों पर भारी दबाव बनाया हुआ है, इसी का नतीजा है कि बीते 4 महीने में जवानों ने 80 नक्सलियों को अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया है तो वहीं 123 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, इसके अलावा 250 से ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है ,खास बात यह है कि बस्तर में जवानों से दहशत की वजह से कई इनामी नक्सलियों ने आंध्र प्रदेश में जाकर सरेंडर किया है ,इधर बीते 4 महीनो में नक्सलियों के सबसे सुरक्षित ठिकानों में फोर्स की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद माओवादी संगठन में भी बिखराव देखने को मिल रहा है.


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कई बड़े नक्सली छत्तीसगढ़ राज्य छोड़कर सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय हो रहे हैं ,इसके अलावा कुछ बड़े नक्सलियों के भी जल्द ही सरेंडर करने की सूचना भी मिल रही है, बस्तर आईजी का कहना है कि पुलिस के बढ़ते दबाव से नक्सली बौखलाए हुए हैं, और बैकफुट पर है, लेकिन अभी उन्हें हल्के में नहीं लिया सकता आईबी से सूचना मिली है कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में है, 26 अप्रैल को नक्सल प्रभावित कांकेर के लोकसभा सीट में भी चुनाव होना है.


ऐसे में मतदान दलों की सुरक्षा से लेकर अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात जवानों की सुरक्षा को भी पहली प्राथमिकता में रखा गया है, इसे ही देखते हुए पूरी तरह से बस्तर पुलिस अलर्ट मोड पर है, यहां तक की UAV और ड्रोन से भी अंदरूनी इलाकों में और पहुँचविहीन इलाको में आसमान से नजर रखी जा रही है,आईजी का कहना है कि नक्सली अपने किसी भी नापाक मंसूबों में कामयाब ना हो पाए इसके लिए जवानों को पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.


नक्सलियों ने 25 अप्रैल को बंद का किया है आह्वान
इधर माओवादी संगठन के प्रवक्ताओं  ने हाल ही में पर्चा जारी कर पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अपने 29 साथियों के नाम और उनके पद जारी किए थे, वहीं अपने साथियों की याद में नक्सलियों ने 25 अप्रैल को नारायणपुर और कांकेर जिला बंद भी बुलाया है, इस बंद को देखते हुए कुछ अंदरूनी इलाकों में आवागमन भी प्रभावित हुईं है, हालांकि पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि नक्सलियों के बंद को  देखते हुए पूरी तरह से जवानों को अलर्ट पर रखा गया है और अंदरूनी इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी गई है, वहीं चुनाव को देखते हुए मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से अंदरूनी क्षेत्र के मतदान केन्द्रों तक रवाना किया गया है.


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