Shikhar Sammelan Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chhattisgarh Assembly Elections) की तैयारियों के बीच एबीपी न्यूज शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है, जिसमें दिग्गज राजनेताओं से राज्य के सियासी समीकरण को लेकर चर्चा हो रही है. कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने अपने कार्य़काल के कामकाज को गिनाया और साथ ही कहा कि 2023 चुनाव में कांग्रेस ने 75 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. जानिए सीएम बघेल ने एक्सक्लूसिव बातचीत में क्या है...


छत्तीसगढ़ में आपकी सरकार ने राम गमन पथ बनाया. क्या राम नाम पर वोट मांगने की है तैयारी? 
सीएम बघेल ने कहा, ''हमने कभी राम के नाम पर वोट नहीं मागा, और न मांगेंगे. कण-कण में राम हैं. शबरी के राम, भांजा राम, वनवासी राम, कौशल्या के राम हैं. राम आस्था का विषय हैं, हम काम के बदौलत वोट नहीं मांगेंगे.'' सीएम बघेल ने रमन सिंह पर हमला करते हुए कहा, ''पिछले 15 साल की बीजेपी सरकार में  छत्तीसगढ़ की पहचान खदान के कारण या फिर नक्सल घटनाओं से होती थी. लेकिन छत्तीसग़ढ़ इससे बहुत अधिक है. जिसे हमने उभारने की कोशिश की. लोगों को पहले पता नहीं था कि यह रामजी का ननिहाल है.''


जो पार्टी धर्म से दूरी रखती थी, अब ऐसा क्या हुआ? 
इस सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा, ''धर्म पर राजनीति नहीं कर रहे यह हमारी संस्कृति में है.'' रमन सिंह कह रहे हैं कि कांग्रेस ने कभी राम के अस्तित्व को नकार दिया था, इसको लेकर बघेल से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ''मौजूदा सरकार ने भी कोर्ट में यही तथ्य दिया है. सरकार ने भी जो तथ्य है उसी के आधार पर दस्तावेज दिए. राम को हम साकारा और निराकार दोनों मानते हैं. सबके राम हैं. सबने राम को अलग अलग तरह से स्वीकार किया है. लेकिन आज बीजेपी ने राम को युद्धक राम बना दिया, हनुमान जी जो ध्यान की मुद्रा में रहते थे, उन्हें एकदम क्रोधित दिखाया. आने वाली पीढ़ी में उनकी क्या छवि बनेगी.''


सवाल जवाब के बीच में भूपेश बघेल ने अपने सरकार के कामकाज को भी गिनाया और कहा कि गांधी जी ने ग्राम स्वराज्य की बात कही थी.  प्राचीन समय में गांव में उत्पादन होता था और शहर विपणन का केंद्र था. आज हम छत्तीसगढ़ को उसी दिशा में ले जा रहे हैं. आज छत्तीसगढ़ में गांव संपन्न हुए हैं, उद्योग बढ़ा है. सबकी जेब में पैसा जा रहा है.


डायरेक्ट ट्रांसफर स्कीम के बावजूद छत्तीसगढ़ में गरीबी क्यों है?
भूपेश बघेल ने कहा, ''नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते पांच साल में राज्य में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं. जबकि आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ की 40 प्रतिशत जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे थी. हमने डीबीटी से 40 लाख लोगों को गरीबी रेखा से बाहर किया है.''


रोजगार के मुद्दे पर क्या कहते हैं भूपेश बघेल?
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार में आज 26 लाख किसान अलग-अलग अनाजों की खेती में लगे हैं. जो लोग गांव से शहर गए थे खेती में लाभ देखकर गांव की ओर मुड़ रहे हैं. तेंदु पत्ता के कारोबार से हजारों लोगों को काम मिला. 10 हजार गौठानों में तीन लाख महिलाएं काम कर रही हैं. रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के काम से लोगों को रोजगार मिले हैं. हम एक लाख 22 हजार लोगों को बेरोजगारी भत्ता दे रहे हैं. 


बीजेपी, कांग्रेस पर रेवड़ी बांटने के आरोप लगाती है, इस पर क्या कहेंगे? 
भूपेश बघेल ने कहा, 'तेरा फ्री रेवड़ी, मेरा जन कल्याण, यही विचारधारा चल रही है. हमलोग  गरीबों को चावल दे रहे हैं तो रेवड़ी है. यदि धान के प्रति क्विंटल 2400 रुपये दे रहे तो रेवड़ी है. यही भारत सरकार लाखों करोड़ रुपये उद्योगपति मित्रों का कर्ज माफ कर देती है तो वह रेवड़ी नहीं बल्कि रबड़ी है.'' 


आपने आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 76 फीसदी कर दी है, क्या आप पिछड़ी जाति का चेहरा बनने की कोशिश में हैं? 
भूपेश बघेल ने कहा, ''हम बांटने की नहीं जोड़ने की राजनीति कर रहे हैं. आरक्षण संविधान के अनुसार और आयोग की रिपोर्ट के आधार पर ही दिया जा रहा है. हमने छत्तीसगढ़ में गरीबों की सुध ली, जंगल में रहने वालों का भी ध्यान रखा है. किसानों, व्यापारियों का भी ध्यान रखा है.''


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