महाराष्ट्र में BMC चुनाव का बिगुल बज चुका है और सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. सभी प्रमुख दल और गठबंधन रणनीति बनाने में जुटे हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि गठबंधन में चुनाव लड़ने वाली पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का फार्मूला आखिर कहां जाकर सुलझेगा और कौन साथ आएगा. 

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इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत के बयान ने राजनीतिक चर्चाओं को और तेज कर दिया है. उन्होंने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में गठबंधन को लेकर तस्वीर साफ हो सकती है, जिसका असर सीधे BMC चुनाव की दिशा और दशा पर पड़ेगा.

ठाकरे भाइयों की घोषणा और कांग्रेस को लेकर संशय

संजय राउत ने कहा कि इस हफ्ते ठाकरे भाइयों की तरफ से औपचारिक घोषणा हो सकती है. उन्होंने साफ किया कि अभी तक उन्हें नहीं लगता कि कांग्रेस उनके साथ है. राउत के मुताबिक, उन्होंने कांग्रेस हाई कमांड से बातचीत की थी, जिन्होंने BMC चुनाव को लेकर फैसला लोकल यूनिट पर छोड़ दिया है. 

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इसके बावजूद संजय राउत ने कांग्रेस से अपील की कि अगर वह भी BJP के खिलाफ चुनाव लड़ रही है तो BMC चुनाव में साथ आए. उनका कहना है कि मुंबई जैसे बड़े महानगर में विपक्ष का एकजुट होना बेहद जरूरी है, क्योंकि यहां का चुनाव सिर्फ स्थानीय सत्ता नहीं बल्कि राजनीतिक दिशा भी तय करता है.

ईवीएम मुद्दे पर सुप्रिया सुले पर संजय राउत का हमला

इसी बीच संजय राउत ने ईवीएम मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार गुट की नेता सुप्रिया सुले पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले चार बार सांसद चुनी गई हैं और इसमें कई दलों का सहयोग रहा है, जिसमें शिवसेना का समर्थन भी शामिल है. राउत ने कहा कि ईवीएम को लेकर सुप्रिया सुले और शरद पवार की पहले की भूमिका पूरी तरह स्पष्ट रही है. उनके मुताबिक, रिकॉर्ड देखने पर पता चलता है कि उन्होंने ईवीएम पर शंका जताई है और इस विषय पर प्रेजेंटेशन और डेमोंस्ट्रेशन भी दिया है. ऐसे में अचानक भूमिका बदलना ठीक नहीं है और इससे जनता में भ्रम फैलता है. 

चुनाव आयोग की घोषणा और आगे की राजनीतिक लड़ाई

संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर जो संघर्ष चल रहा है, उसमें ईवीएम घोटाले का मुद्दा भी शामिल है. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जब-जब विपक्ष चुनाव आयोग के पास गया है, तब सुप्रिया सुले की पार्टी के प्रतिनिधि भी उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे हैं. राउत ने अपील की कि व्यक्तिगत चुनाव और देश के चुनाव को अलग-अलग देखा जाना चाहिए और जनता को भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए.

गौरतलब है कि महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने सोमवार 15 दिसंबर को राज्य की 29 महानगरपालिकाओं, जिनमें BMC भी शामिल है, के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की. सभी 29 महानगरपालिकाओं में मतदान एक ही चरण में 15 जनवरी 2026 को होगा, जबकि मतगणना 16 जनवरी 2026 को की जाएगी.