आरा: उत्तराखंड के हल्द्वानी में भोजपुर जिले के छीनेगांव निवासी प्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हल्द्वानी एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने गुरुवार को का खुलासा किया है. एसएसपी ने बताया कि प्रकाश की हत्या बनभूलपुरा हिंसा में नहीं हुई बल्कि नैनीताल पुलिस के एक सिपाही की पत्नी से अवैध संबंध की वजह से हुई है. इस हत्या कांड में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.


एसएसपी ने दी जानकारी


एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि चोरगलिया थाने के सिपाही ने प्रकाश कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या की थी. सिपाही की पत्नी से उसका अवैध संबंध था. इस वारदात को सिपाही, उसकी पत्नी व उसे साले समेत पांच लोगों ने अंजाम दिया. आरोपितों ने बनभूलपुरा दंगे में मौत दिखाने के लिए हत्या को गौला नदी के आंवला चौकी गेट के पास अंजाम दिया था. मामले में सिपाही को गिरफ्तार करते हुए निलंबित भी कर दिया गया है.


सितारंगज में प्रकाश रह चुका था


एसएसपी ने बताया कि 9 फरवरी को आंवला चौकी गेट के पास बिहार के भोजपुर निवासी 25 वर्षीय प्रकाश कुमार सिंह उर्फ अविराज का शव मिला था. प्रारंभिक जांच में ही युवक की हत्या की बात सामने आई थी. इस पर बनभूलपुरा थाने में अज्ञातों के विरुद्ध हत्या की धारा में प्राथमिकी की गई थी. एसओजी ने सर्विलांस की मदद ली और मोबाइल की जांच की तो समने आया कि प्रकाश कुमार सिंह सितारंगज कुछ साल पहले काम कर चुका था. इसी बीच उसकी दोस्ती वहीं के रहने वाले सूरज बाईन से हो गई थी. 


कर रहा था ब्लैकमेलिंग


पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूरज के जरिए प्रकाश की देस्ती चोरगलिया थाने के सिपाही बीरेंद्र सिंह के साले प्रेम सिंह से हुईं और घर आना-जाना शुरू हो गया. इस दौरान प्रकाश का संपर्क सिपाही की पत्नी से हुआ और उसने उससे अवैध संबंध हो गया. इस दौरान उसने वीडियो बनाया और सिपाही की पत्नी को ब्लैकमेल करने लगा. प्रकाश सिपाही की पत्नी से हजारों रुपये ले चुका था. बैंक खाता खाली होने के बाद ब्लैकमेलिंग से तंग आकर महिला ने यह बात अपने सिपाही पति को बताई.


हत्या की रची थी साजिश


इसके बाद सिपाही ने पत्नी, साले और अन्य लोगों के साथ मिलकर प्रकाश की हत्या की साजिश रची. आठ फरवरी को उसे हल्द्वानी में आंवला चौकी गेट के पास प्रकाश को बुलाया, जहां सिपाही ने उसे गोली मार दी. इस घटना को बनभूलपुरा ढंग से जोड़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस से बच नहीं पाए. चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जबकि एक महिला आरोपित प्रियंका फरार है.


गिरफ्तार सिपाही ने कबूला अपराध- पुलिस 


पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार सिपाही बिरेंद्र सिंह ने कबूला कि उसने गोली अवैध पिस्टल से मारी थी. इससे पहले प्रकाश से अवैध संबंध का वीडियो डिलीट करने को कहा था. जब वह नहीं माना तो गोली मार दी. इसी बीच वनभूलपुरा दंगा हो गया. उन्हें लगा था कि वह पुलिस से बच जाएंगे. वहीं, जब मृतक प्रकाश के घर वालों से हत्या के संबंध में शुक्रवार को बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया.


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