पटना: बिहार के छपरा में जहरीली शराब से कई लोगों की जान जा चुकी है. स्थानीय लोगों के अनुसार आंकड़ा कुछ और है जबकि सरकार अब तक 42 मौतों की पुष्टि कर रही है. इस पूरे मामले में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने मानवाधिकार आयोग के बिहार आने पर सवाल उठाया. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर गंभीर आरोप भी लगाए. कहा कि बीजेपी शासित प्रदेश बिहार में शराब भिजवाते हैं. बीजेपी सरकार वाले राज्य माफिया को संरक्षण देते हैं.


विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार इस बात को समझ नहीं पा रही है कि मानवाधिकार आयोग के लोग किस मकसद से आ रहे हैं. शराब मामले में यहां आना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है. मानवाधिकार आयोग का काम किस क्षेत्र में है जानना जरूरी है. शराब मामले में क्या पता लगाने आ रहे हैं समझ से परे है. छपरा शराब कांड से मानवाधिकार कैसे जुड़ता है? इससे पहले कई प्रदेशों में जहरीली शराब से मौत हुई है आजतक मानवाधिकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया है.


'जनता को बरगलाने वाला बयान न दे बीजेपी'


विजय चौधरी ने कहा कि गुजरात मोरबी पुल टूटने से ज्यादा मौत हुई थी वहां मानवाधिकार क्यों नहीं गया? आज उत्तर प्रदेश और हरियाणा से शराब आ रही है. इस दौरान उन्होंने सुशील कुमार मोदी के आंकड़े छुपाने वाले बयान पर सवाल खड़ा किया. कहा कि सरकारी आंकड़े से अलग कोई आंकड़ा है तो इसकी सूची दें. सिर्फ जनता को बरगलाने के लिए बयान न दें. अगर ज्यादा है तो सबका नाम पता बताएं.


कहा कि मानवाधिकार आयोग का बिहार दौरा अनुचित. यह बिहार को अलग करने वाली बात है. बीजेपी आज बिहार में गंदी राजनीति कर रही है. शराब पीने से रोकने के बजाए इस पर सियासत कर रही है. बीजेपी को जनता से कोई हमदर्दी नहीं है. बीजेपी ने जो सदन में संकल्प लिया था उसके विपरीत काम कर रही. वहीं दूसरी ओर मद्य निषेध मंत्री ने 42 लोगों की मौत की बात कही है. 


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