Uttarakhand Tunnel Rescue: बिहार के छपरा में उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूर में बिहार के 5 मजदूर फंसे हुए थे. जानकारी के अनुसार, इलेक्ट्रिशियन का काम करने वाले सोनू शाह बिहार के छपरा के रहने वाले थे. सोनू शाह छपरा के एकमा थाना क्षेत्र के खजुवांन गांव निवासी थे. टनल से निकलने के बाद परिजनों में खुशी का माहौल देखने को मिला. काफी लंबे वक्त से रेस्क्यू ऑपरेशन का कार्य लगातार जारी था.


क्या कहते हैं सोनू शाह के पिता?
सोनू शाह के पिता ने बताया कि पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ आई है. पूरे परिवार के सभी लोग काफी उम्मीद लगा कर बैठे थे. काफी दिनों से टनल में मेरा बेटा सोनू फंसा हुआ था. उम्मीद थी कि मेरा बच्चा जल्द ही टनल से बाहर आ जाएगा. उत्तराखंड सरकार ने ऑपरेशन शुरू कर बच्चों को बाहर निकाला, जिससे पूरा परिवार खुश है. बच्चों से फोन पर बातचीत भी हुई है. अब उम्मीद है कि जल्द से जल्द बच्चा घर आएगा.


सोनू शाह के पिता सवालिया शाह ने बताया कि जैसे ही टनल में फंसने की बात पता चली तो छोटे भाई सुधांशु तुरंत उत्तरकाशी चले गए. सुधांशु ही परिजनों को पल-पल की जानकारी लगातार देते रहे. सोनू शाह के टनल से बाहर निकलने के बाद बुधवार को पहली बार वीडियो कॉल के माध्यम से अपने परिजनों से बात की. पूरे मोहल्ले के लोगों में खुशी का ठिकाना नहीं है. 


सोनू शाह के बाहर निकलने पर परिजनों ने भगवान का धन्यवाद दिया. साथ ही सोनू शाह ने बताया कि वह सही सलामत है. किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है. बस परिजनों का इंतजार है कि उन्हें अस्पताल से जल्द ही छुट्टी मिले और वापस अपने घर आ जाएं.


प्रधानमंत्री ने एक मिनट तक की फोन पर बातचीत
सोनू शाह की मां ने बताया कि अब कोई चिंता की बात नहीं है. सोनू शाह ने अपनी मां से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर उनसे बात की. सोनू शाह सहित सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है. प्रधानमंत्री ने उन्हें बधाई भी दी है और कहा है कि आप सभी के ऊपर हमको गर्व है. आप सभी ने हिम्मत नहीं हारी, सभी बधाई के पात्र हैं.


कई साल से इलेक्ट्रिशियन का काम कर रहे हैं सोनू
सोनू के पिता सवालिया शाह ने बेटे से बातचीत करते हुए कहा कि अब जल्दी से घर लौट आओ. उन्होंने कहा सोनू का दूसरा जन्म हुआ है. सोनू ने मुंबई से आईटीआई की पढ़ाई की थी. 10 साल से वह नवयुग कंपनी के साथ लगातार कार्य कर रहा है. 3 साल पहले उत्तराखंड के उत्तरकाशी में काम करने गया था.


परिवार के सदस्यों के ने बताया कि दीपावली पर रात करीब 8:00 बजे सूचना मिली कि सोनू शाह टनल में फंस गए हैं. तबसे पूरा परिवार काफी हैरान परेशान नजर आ रहा था. टनल के अंदर जब उसका वीडियो सामने आया तब पूरे परिवार ने राहत की सांस ली. इसे पहले तक परिवार वाले काफी डरे सहमे थे.


प्रार्थना में लगा था पूरा परिवार
दीपावली के दूसरे दिन सोनू शाह का छोटा भाई सुधांशु उत्तराखंड के उत्तरकाशी चला गया तब से पूरा परिवार भगवान से लगातार प्रार्थना कर रहा था. सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाले जाने के लिए लोग भगवान के आगे सिर झुकाए थे. मोबाइल और एबीपी न्यूज़ के जरिए लगातार परिजन सोनू शाह की तस्वीर देख रहे थे और जैसे ही सोनू शाह टनल से बाहर आए, पूरे गांव में जश्न का माहौल बन गया.


यह भी पढ़ें: BJP Reaction: रामदयालु सिंह की प्रतिमा के मुद्दे पर BJP आक्रामक, विजय सिन्हा बोले- महागठबंधन के लोग पशु के समान