केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को बिहार में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं से विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के वोट चोरी संबंधी ‘‘झूठे विमर्श’’ का पर्दाफाश करने के लिए कहा. उन्होंने लोगों को आगाह किया कि यदि विपक्षी गठबंधन सत्ता में आया तो राज्य ‘‘घुसपैठियों से भर जाएगा’’.

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पार्टी कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

अमित शाह राज्य विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की राजधानी से लगभग 50 किलोमीटर दूर यहां पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘‘वोटर अधिकार यात्रा’’ का जिक्र करते हुए शाह ने आरोप लगाया, ‘‘आप (भाजपा कार्यकर्ता) जानते हैं कि इसका उद्देश्य क्या था? इसका उद्देश्य बांग्लादेश से आए घुसपैठियों की रक्षा करना था.’’

शाह ने कहा, ‘‘आपको पूरे राज्य में जाना चाहिए, हर घर में जाना चाहिए और लोगों को बताना चाहिए कि यदि वे (विपक्षी गठबंधन) सत्ता में आ गए तो बिहार का हर जिला घुसपैठियों से भर जाएगा.’’ उन्होंने गांधी के वोट चोरी के आरोप को भी ‘‘झूठा विमर्श’’ करार दिया और कहा कि ‘‘उन्होंने (कांग्रेस नेताओं ने) पहले भी इसी तरह की रणनीति अपनाई थी जब उन्होंने आरोप लगाया था कि हम अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षण खत्म करना चाहते हैं, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ.’’

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लालू-तेजस्वी पर जमकर हमला बोला

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि एनडीए जितना मजबूत होगा, बिहार उतना ही समृद्ध होगा. उन्होंने कहा कि लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव बिहार का विकास नहीं कर सकते हैं. कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि अन्य दलों में नेता चुनाव जीतते हैं, लेकिन बीजेपी ऐसी पार्टी है जहां कार्यकर्ता ही चुनाव जीतते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने आरजेडी और उनके सहयोगियों को सरकार चलाने का मौका दिया, लेकिन वहां फिरौती और हत्या जैसी घटनाएं होने लगीं.

उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि इस क्षेत्र की 80 प्रतिशत सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों को जीत दिलाएं. उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या घुसपैठियों को वोट देने का अधिकार होना चाहिए, क्या उन्हें राशन या आयुष्मान कार्ड मिलना चाहिए? उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार के लिए जो काम किए हैं, उनकी जानकारी हर घर तक पहुंचाएं.

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