पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अमित शाह (Amit Shah) पर हमला करते हुए कहा कि वो हम ही को फायदा पहुंचाने आ रहे हैं. बार बार आएं. तेजस्वी यादव ने सोमवार (06 नवंबर) को विधानसभा परिसर में यह बयान दिया. यह भी कहा कि अमित शाह बार-बार आते रहें. अमित शाह को क्या बोलना था और क्या बोल गए. ये लोग हकबका गए हैं.


मीडिया के सवालों के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि एक बात बताएं कि कहा जा रहा है कि आंकड़े बढ़ा दिए गए और घटा दिए गए तो यह किस आधार पर बोल रहे हैं? अनुमान के मुताबिक? बढ़ाया या घटाया किसी आधार पर न ये बात बोलेंगे? बढ़ाना होता तो नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, कुर्मी समाज का और नहीं बढ़वा देते?



अमित शाह के इस बयान पर कि जातीय गणना में पिछड़ा-अतिपिछड़ा के आंकड़ों को घटा दिया गया है. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह ने कहा कि यादवों की संख्या बढ़ा दी गई तो क्या यादव पिछड़ा नहीं हैं क्या? 1931 के आंकड़ों में 11 प्रतिशत यादव थे. यह तब था जब ओडिशा और झारखंड साथ में था. दोनों राज्यों के अलग होने के बाद और इतने दिनों के बाद देख लिया जाए कि कितना बढ़ा है. जहां तक मुस्लिम की बात है तो ये तो हर बार बढ़ता रहा है. वो तो सबके सामने है.


'इस्तीफा देना है तो भारत सरकार के लोग दें'


इस सवाल पर कि बिहार विधानसभा में विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया है. सरकार से इस्तीफे की मांग की है. कानून व्यवस्था और शिक्षक बहाली को लेकर घोटाले का आरोप लगाया गया है. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि ये सब बेबुनियाद आरोप हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. रोज-रोज यही कहते हैं इस्तीफा दे दो. किस लिए इस्तीफा दे दें? लाखों में नौकरी बंट रही है. शिक्षा व्यवस्था सुधर रही है. अस्पताल की व्यवस्था सुधर रही है. कल्याणकारी योजनाएं आ रही हैं. एतिहासिक काम हो रहे हैं. जो बिहार कर रहा है उसकी दूसरे राज्यों में मांग हो रही है. देश में चर्चा हो रही है. तो किस बात का इस्तीफा दे दें. इस्तीफा देना है तो भारत सरकार के लोग दें.


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