गौरा बौराम विधानसभा सीट से वीआईपी के प्रत्याशी संतोष सहनी चुनावी मैदान से हट गए हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार (05 नवंबर, 2025) को कहा कि यह उनका फैसला है. हम उनका समर्थन करते हैं, क्योंकि हम उनसे अलग नहीं हैं.
एक तरफ तेजस्वी यादव ने अपने साथी दल के प्रत्याशी के लिए ऐसा बयान दिया है तो दूसरी ओर नीतीश कुमार की जेडीयू की ओर से हमला किया गया है. संतोष सहनी के पीछे हटने पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, "वीआईपी ने राजनीतिक आत्मसमर्पण कर दिया है. आप उम्मीदवार देकर बाद में नामांकन वापस ले रहे हैं, किसके दबाव में नामांकन वापस ले रहे हैं? अति पिछड़ा को दंड-बैठक करा देगा. अति पिछड़ा के साथ राजनीतिक अनाचार हो ये तेजस्वी यादव की राजनीतिक सामंत की एक प्रक्रिया है."
फ्रेंडली फाइट जैसी थी स्थिति
दरअसल, दरभंगा जिले की गौरा बौराम विधानसभा सीट पर महागठबंधन के घटक दलों आरजेडी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच फ्रेंडली फाइट जैसी स्थिति थी. आरजेडी के टिकट पर यहां से अफजल अली खान ने अपना नामांकन दाखिल किया, जबकि संतोष सहनी विकासशील इंसान पार्टी से चुनाव मैदान में खड़े थे. हालांकि, पहले चरण की वोटिंग से पहले संतोष सहनी चुनाव मैदान से हट गए हैं. वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने बीते बुधवार (04 नवंबर, 2025) को अपने भाई की उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की थी.
गौरा बौराम से भले वीआईपी के प्रत्याशी ने चुनावी मैदान से अपना हाथ खींच लिया लेकिन पहले चरण में पांच ऐसी सीटें हैं जहां महागठबंधन में फ्रेंडली फाइट होनी है. बिहारशरीफ, राजापाकर और बछवाड़ा में CPI और कांग्रेस के बीच, वैशाली में RJD और कांग्रेस के बीच एवं बेलदौर में IIP और कांग्रेस के बीच लड़ाई है.
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