मोकामा में अनंत सिंह के समर्थन में प्रचार के दौरान दिए गए एक बयान पर केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर एफआईआर दर्ज हुई है. इस पर उनकी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. बुधवार (05 नवंबर, 2025) को ललन सिंह ने टिप्पणी को लेकर दर्ज एफआईआर पर कहा कि चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है. हम सब चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं. जिस वीडियो की बात हो रही है उसे अगर कोई पूरा सुनेगा तो पता चलेगा कि आरजेडी ने जो ट्वीट किया है वो भ्रामक है. 

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ललन सिंह ने कहा, "जिस गांव का ये वीडियो है वहां आरजेडी के एक दबंग नेता रहते हैं वो गरीबों को डरा धमका कर बूथ पर जाने नहीं देते. मैंने यही कहा है कि अगर ये नेता गरीबों को डराएं तो गांव के लोग उनको घेरकर बंद कीजिए. अगर वो मतदान के लिए जाना चाहें तो मतदान केंद्र पर मतदान कराके उन्हें फिर से घर पर रहने के लिए मजबूर कीजिए. गरीबों को धमका कर कोई वोट नहीं ले सकता."

'हम अपने वोटर की रक्षा नहीं करें?'

जेडीयू नेता ललन सिंह ने कहा, "गरीब तो नीतीश कुमार का वोटर है. हमारा वोटर है. तो हम अपने वोटर की रक्षा नहीं करेंगे? हम अपने वोटर को उत्साहित नहीं करेंगे? हमारे वोटरों को डराइएगा-धमकाइएगा तो हम भी राजनीतिक दल हैं… हम उत्साहित करेंगे न कि डरना नहीं है वोट करना है? ये चुनाव आयोग भी करता है."

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "आरजेडी से हम सवाल पूछना चाहते हैं… जिस तरह दुलारचंद यादव की शव यात्रा में कुछ जाति विशेष को इंगित करके गाली का इस्तेमाल किया गया और आरजेडी के दोनों उम्मीदवार उस गाड़ी पर बैठे हुए थे, उनकी उपस्थिति में कुछ समाज को चिह्नित कर गाली दी गई जिसका वीडियो पूरे बिहार में वायरल है इस पर आरजेडी क्यों नहीं प्रतिक्रिया दे रही? आरजेडी क्या वही शासन लाना चाहती है जो उनके पिता जी के समय था? नीतीश कुमार के शासन में कानून का राज है. हम सब लोग कानून का सम्मान करते हैं."

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