Tejashwi Yadav Party: आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद यादव के बाद पूर्व सांसद बुलो मंडल ने भी बुधवार को (17 अप्रैल) पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वह कल (17 अप्रैल) जेडीयू में शामिल होंगे. वह भागलपुर से सांसद रह चुके हैं. भागलपुर से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन इस बार महागठबंधन में भागलपुर सीट कांग्रेस के खाते में चली गई है इसलिए नाराज थे. वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद यादव ने भी आज गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. 


उन्होंने लालू यादव को लिखे पत्र में कहा कि 'आरजेडी की नीति से वे सहमत नहीं रह गए हैं. आरजेडी में केवल राज के लिए नीति चल रही है. जबकि राज और नीति में सामंजस्य जरूरी है. सिद्धांत के बिना राजनीति का मतलब आत्मा के बिना शरीर है. मेरी अंतरात्मा कह रही है कि आरजेडी में एक क्षण भी नहीं रहना चाहिए.'


आरजेडी से नाराज नेता लगातार लगा रहे हैं गंभीर आरोप


वहीं, आरजेडी के पूर्व राज्यसभा अहमद अशफाक करीम ने भी लालू प्रसाद यादव को त्याग पत्र भेजते हुए आरजेडी छोड़ दिया था. उन्होंने भी गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने लिखा था कि 'आप जातीय जनगणना कराने का दावा करते थे, जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी का नारा देते थे, लेकिन आपने मुसलमानों की हकमारी की है. उनकी आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी इसलिए इस परिस्थिति में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिये असंभव है'


इसके अलावा पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद वृषिण पटेल ने शनिवार को पार्टी छोड़ दी. उन्होंने पार्टी पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लिखे इस्तीफा पत्र में पटेल ने लिखा कि 'मैंने महसूस किया कि राजद को समर्पित कार्यकर्ताओं की कोई आवश्यकता नहीं है और ना ही दल को सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव में आस्था है.'


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