Kundali 2025: 2024 खत्म होने को है और राजनीतिक दृष्टिकोण से बिहार के लिए नया साल बहुत खास रहने वाला है क्योंकि इस वर्ष विधानसभा का चुनाव है. ऐसे में एक तरफ जहां मौजूदा सीएम नीतीश कुमार को आरजेडी की ओर फिर ऑफर दिए जा रहे हैं तो दूसरी ओर सवाल उठ रहा है कि नए साल में क्या सच में कुछ हो सकता है? क्या तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार फिर से एक हो सकते हैं? ये सारी संभावनाएं हैं लेकिन नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के लिए नया साल राजनीतिक दृष्टिकोण से कैसा रहने वाला है आइए कुंडली से समझते हैं.

इंटरनेट पर उपलब्ध कुंडली के अनुसार, नीतीश कुमार का जन्म एक मार्च 1951 को दोपहर 1:20 पर बख्तियारपुर में हुआ है. वहीं तेजस्वी यादव का जन्म 9 नवंबर 1989 को दोपहर 2 बजे हुआ है. 2025 किसके लिए कैसा रहने वाला है इसको लेकर पटना के विद्वान ज्योतिषाचार्य पंडित रविंद्र नाथ तिवारी से बात की गई. उन्होंने बताया कि ज्योतिष विद्या के अनुसार मनुष्य में 12 भाव होते हैं और इसी से मनुष्य का जीवन चलता है. ज्योतिष शास्त्र में जो ग्रह की तस्वीर नीतीश कुमार के लिए है वो ठीक नहीं है. वहीं तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अच्छे स्थान पर हैं. 

नीतीश को फायदा नहीं बल्कि नुकसान

रविंद्र नाथ तिवारी कहते हैं कि केतु ग्रह अभी नीतीश कुमार के लाभ भाव के स्थान पर बैठा हुआ है जो मनुष्य की बुद्धि को प्रभावित करने का संकेत माना जाता है. यह केतु मार्च 2024 के पहले ही नीतीश कुमार के लाभ भाव में प्रवेश कर गया था. पंचांग के अनुसार, 16 अप्रैल 2025 से केतु ग्रह उनके लाभ भाव को छोड़ने वाला है, लेकिन उससे उनको विशेष फायदा नहीं होगा बल्कि नुकसान ही है. 

आगे कहा कि केतु ग्रह उनके (नीतीश कुमार) लाभ भाव को छोड़कर उनके कर्म के स्थान पर प्रवेश करेगा जो 36 महीने तक रहेगा. कर्म में प्रवेश करने के बाद उनके काम को प्रभावित करेगा. ज्योतिष शास्त्र को माना जाए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए कर्म भाव में केतु का प्रवेश करना बहुत हानिकारक हो सकता है.

तेजस्वी के लिए कैसा रहेगा नया साल?

पंडित रविंद्र नाथ तिवारी कहते हैं कि ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की जो तस्वीर है उसके अनुसार नीतीश कुमार से तेजस्वी यादव का भाव अच्छा है. तेजस्वी यादव का लग्नेश भाव पंचम में बैठा हुआ है जो काफी शुभ माना जाता है. पंचमेश भाव भी पंचम में ही है. उनका भाग्येश का भाव द्वितीय में है जो भाग्य के बारे में तय करता है.

तेजस्वी यादव का कर्मेश का भाव चतुर्थ स्थान पर है जो नीतीश कुमार की अपेक्षा नीचे है. कर्म में नीतीश कुमार अव्वल हैं परंतु तेजस्वी यादव को कोई ग्रह प्रभावित नहीं कर रहा है. ज्योतिष शास्त्र को माना जाए तो 2025 में तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा चुनाव में जो कर्म करेंगे उसका उन्हें लाभ मिल जाएगा. उस अनुपात में नीतीश कुमार को कर्म के बाद भी लाभ मिलने की संभावना नहीं दिख रही है.

नोट: सारी चीजें पंचांग के अनुसार और पंडित रविंद्र नाथ तिवारी की ओर से बताई गई बातों के आधार पर लिखा गया है. इस पर एबीपी न्यूज़ कोई दावा नहीं करता है.