पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने बुधवार को पीसी की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने सीएम नीतीश के पब्लिसिटी वाले बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, " नीतीश कुमार ने कहा था उनके संबंध में बोलने पर मुझे पब्लिसिटी मिलती है, पर मेरे 75 विधायक हैं, उनके पास 40, तो पब्लिसिटी उनकी हुई न? 40 सीट वालों की चर्चा कर कैसी पब्लिसिटी?"


दरअसल, बीते दिनों मधुबनी हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम नीतीश ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था," कुछ लोगों की आदत है, कुछ भी बोलने की. हम अकारण कुछ नहीं बोलते हैं. हम तो दिनभर काम करते रहते हैं और हमें एक-एक चीज की जानकारी है. अब विपक्ष के लोगों की जो इच्छा है, बोलते रहे. लेकिन क्या उन्हें मालूम है कि हम क्या करते हैं? वो मेरे ऊपर बोलते हैं, तो उसे पब्लिसिटी मिलती है, इसके लिए उनको बधाई है. कोई काम मत करो केवल पब्लिसिटी लो." उनके इसी बयान पर तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है.


इसके अलावा उन्होंने मधुबनी हत्याकांड को लेकर कहा कि हमने पहले भी कहा था कि बिहार पुलिस, 'जेडीयू पुलिस' हो कर रह गई है. बिहार भर में अपराधियों का तांडव चल रहा है. जहरीली शराब हो या लोगों की मौत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक में एक शब्द नहीं कहा. पहले कहा जाता था, "बिहार में बहार है, नीतीश कुमार है." लेकिन अब कहा जाता है, " बिहार में अपराध है, नीतीशे कुमार है."


तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केवल एक जात और एक जिले तक सीमित होकर रह गए हैं. हमारी पार्टी के नेता को कटिहार में 27 गोली मारी गई है. कोई ऐसा अंग नहीं था, जहां गोली नहीं मारी गई हो. रूपेश हत्याकांड में भी उनके परिजन अधिकारियों की जांच से संतुष्ट नहीं हैं. जेडीयू पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है. मधुबनी में इतनी बड़ी घटना हो गयी, लेकिन सीएम नीतीश ने पीड़ित परिवार से मुलाकात नहीं की. दो-दो डिप्टी सीएम हैं, लेकिन उनमें से भी कोई पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचा.