बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने शिवहर में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने गौ रक्षा को राष्ट्रीय कर्तव्य बताया है और कहा कि जो कोई भी गौ रक्षा की बात करेगा, हम उसके साथ हैं. असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन किसी से भी हो सकता है, पहले वो गाय के लिए खड़ा हो कर दिखाएं. अगर वो गौ रक्षा के लिए खड़ा हो जाएं, फिर बिल्कुल गठबंधन हो सकता है. 

Continues below advertisement

उन्होंने आगे कहा, ''जो हमारी माई को अपना माई कह सकता है, वही हमारा भाई हो सकता है, हमारा सीधा सिद्धांत है. हम ये नहीं देखते हैं कि ये कौन है जो गाय को अपनी मां कहकर संबोधन कर रहा है. गाय हमारी मां है और अगर उसकी की भी मां है, तो हम आपस में भाई हुए.''

BJP की स्थिति के सवाल पर क्या बोले शंकराचार्य?

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती से जब पूछा गया कि बीजेपी की क्या स्थिति है. इस पर उन्होंने कहा, ''हमें नहीं पता है कि कौन सी पार्टी की क्या स्थिति है. हम तो अपने सनातनियों के दरवाजे जा रहे हैं. सनातनियों से संवाद कर रहे हैं, सनातनियों को गौमाता मतदाता बनने के लिए संकल्पित कर रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं. हमें क्या पता कौन सी पार्टी यहां क्या कर रही है और क्या स्थिति है?''

Continues below advertisement

बीजेपी को उसकी करनी से होगा नुकसान- स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जगद्गुरु शंकराचार्य ने आगे कहा, ''बीजेपी को नुकसान होगा तो उसकी करनी से होगा. हमारी ओर से उनको कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि गौ की रक्षा करेंगे. अभी तो वो लोग सत्ता में हैं, घोषणा कर दें, हम आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके घोषणा करेंगे कि बीजेपी को वोट दें क्योंकि ये गौ रक्षा कर रहे हैं.'' 

हमें बीजेपी से कोई समस्या नहीं है- स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का भी जिक्र किया. शंकराचार्य ने कहा, ''देखिये महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे जब मुख्यमंत्री थे और अभी वो BJP के साथ ही हैं, उन्होंने गौ माता को राज्य माता कहा था, हमने उनका समर्थन किया और उनकी बम्पर जीत हुई. हमें बीजेपी से कोई समस्या नहीं है, लेकिन बीजेपी ये जो कर रही है, धारणा बनाए जा रही है कि हम गाय को काटते भी जाएंगे, गौ हत्या बंद भी नहीं करेंगे, उसके बाद भी हिंदू हमको वोट देने को मजबूर है तो हम इस धारणा को हटाना चाहते हैं.''