पटना: राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने शनिवार को राजधानी पटना के कंकड़बाग स्थित प्रभावती और मेदांता अस्पताल का दौरा किया. दोनों अस्पतालों में चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया का बीजेपी सांसद ने निरीक्षण किया और लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, " तेजस्वी यादव ने विधायकों और मंत्रियों पर आरोप लगाया है कि उनपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. लेकिन सबसे आश्चर्य की बात है कि नेता प्रतिपक्ष खुद 1000 करोड़ के मॉल घोटाले में चार्जशीटेड हैं और फिलहाल बेल पर हैं. कोरोना काल की वजह से उनका ट्रायल स्थगित या धीमी गति से हो रहा है. ऐसा नहीं होता तो वो आज अपने पिता के समान कहीं और होते."
सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी खुद आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. उनपर एफआईआर दर्ज है. उनकी चार दर्जन से अधिक संपत्ति को सीबीआई और ईडी ने जब्त कर रखा है. उनके पिता भ्रष्टाचार के मामले में सजयाफ्ता हैं. वो किस मुंह से मंत्रियों पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा, " अरे, मेरे ऊपर भी एक दर्जन मुकदमे हैं. कौन राजनीतिक कार्यकर्ता ऐसा होगा जिसपर धारा 144 तोड़ने का, धरना प्रदर्शन करने का एफआईआर नहीं होगा."
राज्यसभा सांसद ने कहा, " शीशे के घर में रहने वाले लोग दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते हैं. दूसरों से ज्यादा गंभीर आरोप तो खुद उनके ऊपर है. वो बताएं कि कौन सा मंत्री ऐसा है जो हत्या का आरोपी है? कौन सा मंत्री ऐसा है जो भ्रष्टाचार के मामले में सजयाफ्ता है? उन्होंने तो चार्जशीटेड और बेल पर होने पर भी इस्तीफा नहीं दिया था. उनके पिता ने भी भ्रष्टाचार मामले में इस्तीफा नहीं दिया था. लेकिन बाध्य होकर इस्तीफा देना पड़ा था."
सुशील मोदी ने नेता प्रतिपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि सोच समझ कर बयान दें. सदन में विपक्ष की भूमिका ठीक नहीं है. सबको बोलने का अधिकार है, लेकिन शांति से सदन चलने देना चाहिए. वहीं, कोरोना के सेकंड वेव को लेकर उन्होंने कहा कि देश भर में कोरोना संक्रमण ने फिर एक बार पांव पसारना शुरू कर दिया है.
बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार में अभी स्थिति वैसी नहीं है. लेकिन कल 40,000 लोग एक दिन में संक्रमित हुए हैं. ऐसे में कोई ये ना सोचे कि बिहार बच जाएगा. सभी को सतर्क रहने की जरूरत है. बिना मास्क के लोग घूम रहे हैं, लेकिन ये सही नहीं है. सभी से अपील करुंगा कि वो गाइडलाइन फॉलो करें, और जो टीका लगवाने की श्रेणी में हैं, वो टीका लगवाएं.