पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने मंगलवार (20 फरवरी) को बयान जारी करते हुए तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की जन विश्वास यात्रा (Jan Vishwas Yatra) पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा है कि आरजेडी केवल माई (एम-वाई) की पार्टी है, इसलिए तेजस्वी यादव की यात्रा में बस यही दो समुदाय दिखा, बाप (बहुजन, अगड़ा, आधी आबादी, पुअर) गायब था.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में आरजेडी को जब भी सरकार बनाने का मौका मिला, केवल दो समुदाय का खास ख्याल रखा गया. संजय यादव को राज्यसभा भेजा गया. यह पार्टी एम-वाई से बाहर के कुछ लोगों पर नाम के लिए कृपा करती भी है, तो उन्हें जल्द ही किनारे लगा देती है.


सुशील मोदी ने कहा- 'हिसाब दें तेजस्वी'


अपने बयान में आगे सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अगड़े समाज के रघुवंश प्रसाद सिंह को आरजेडी ने "एक लोटा रानी" कह कर ऐसा अपमानित किया कि उन्होंने अस्पताल के बिस्तर से अपना इस्तीफा लालू प्रसाद को भेज दिया था. कहा कि तेजस्वी अपनी यात्रा में बताएं कि वे 29 साल की उम्र में वे पटना से दिल्ली तक 53 बहुमूल्य संपत्ति के मालिक कैसे बन गए? हिसाब दें कि गरीबों के वोट लेकर उनके माता-पिता ने कैसे सात पुश्तों के लिए संपत्ति बटोर ली?


'लालू-राबड़ी के 15 साल से करें तुलना'


बीजेपी नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव को लालू-राबड़ी के 15 साल बनाम नीतीश कुमार के 17 साल पर जनता को बिंदुवार जवाब देना चाहिए. आरजेडी के कुशासन में सड़कें जर्जर थीं, दिनदहाड़े हत्याएं होती थीं, फिरौती के लिए अपहरण होते थे, शाम के बाद बाजार बंद हो जाते थे और गांव लालटेन युग में जी रहे थे.


नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद कुछ वर्षों को छोड़ कर 17 साल में तेज ढांचागत विकास हुआ. फोरलेन सड़क, मेगा ब्रिज, गांवों में बिजली, कृषि रोड मैप, मेडिकल कालेज, उच्च शिक्षा संस्थान-लगभग हर क्षेत्र में लोगों ने विकास को अनुभव किया. राहुल गांधी की तरह तेजस्वी यादव की यात्रा भी राजनीतिक तमाशा साबित होगी. इसका कोई असर नहीं होगा.


बता दें कि तेजस्वी ने मंगलवार को जन विश्वास यात्रा की शुरुआत की है. उन्होंने मुजफ्फरपुर में लोगों से कहा कि आरजेडी सिर्फ 'माई' (MY) की पार्टी नहीं बल्कि 'बाप' (BAAP) की पार्टी है. इसी पर सुशील मोदी ने प्रतिक्रिया दी है.


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