पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मधुबनी में एक बयान दिया था कि पैर कट जाएगा तो अस्पताल जाओगे कि मंदिर? भूख लगेगी तो मंदिर जाओगे? खाना मिलेगा? वहां उल्टा दान मांग लेंगे. तेजस्वी के बयान पर हमला करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शुक्रवार (05 जनवरी) को बयान जारी करते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सारे मंदिर-मस्जिद ध्वस्त कर उनकी जगह अस्पताल बनवाने की घोषणा करें.


'डेढ़ साल में तेजस्वी ने क्यों नहीं बनवाया एक भी नया अस्पताल?'


सुशील मोदी ने कहा कि यदि लोगों को चिकित्सा के लिए अस्पताल चाहिए, तो मानसिक शांति के लिए मंदिर भी चाहिए. दवा और दुआ, दोनों की जरूरत पड़ती है. तेजस्वी यादव बताएं कि वे डेढ़ साल में एक भी नया अस्पताल क्यों नहीं बनवा सके? सुशील मोदी ने कहा कि हमें राम भी चाहिए, रोटी भी चाहिए इसलिए अयोध्या धाम को ऐसे विकसित किया जा रहा कि भव्य राम मंदिर के साथ पर्यटन उद्योग में हजारों लोगों को रोजी-रोजगार भी मिले.


आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का नाम लेते हुए भी सुशील मोदी ने हमला बोला. कहा कि तेजस्वी यादव के पिता और लालू प्रसाद ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाए जाने का समर्थन किया था. रेल मंत्री बनने पर उन्होंने गोधरा स्टेशन के पास 56 कारसेवकों को जिंदा जलाने की घटना के दोषियों को बचाने के लिए नया जांच आयोग गठित करने का पाप किया था. ऐसे संस्कार में पले आरजेडी के लोग कभी मानस की निंदा करते हैं, तो कभी सरस्वती का अपमान करने का दुस्साहस करते हैं.


'थोक वोट के लिए रोज उगल रहे जहर'


बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर एक सक्षम धार्मिक न्यास जब राम-भक्तों के दान-सहयोग से मंदिर का नवनिर्माण करा रहा है, तब आरजेडी और इंडिया गठबंधन के दलों की छाती क्यों फट रही है? अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण न तो बीजेपी करा रही है, न इसमें करदाताओं का पैसा लग रहा है, फिर भी सनातन धर्म विरोधी पार्टियां एक समुदाय-विशेष का थोक वोट पाने के लिए रोज जहर उगल रही हैं.


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