सुपौल: बिहार के सुपौल के किसनपुर थाना क्षेत्र निवासी व्यक्ति की नाबालिग बेटी का बीते 3 सितम्बर को गांव के 9 लोगों ने अपहरण कर लिया था. इस मामले में परिजनों ने किसनपुर थाना में अपहरण का मामला दर्ज करवाया था. मगर 32 दिनों बाद सोमवार को त्रिवेणीगंज थाना इलाके के बघला नदी से एक नाबालिग लड़की की लाश मिली, जिसकी परिजनों ने अपनी बेटी के रूप में पहचान की है. साथ ही उसके साथ गैंगरेप और निर्मम हत्या करने की आशंका भी व्यक्त की है. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
बता दे कि त्रिवेणीगंज अनुमंडल त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के बघला नदी में बोरे में बंद अज्ञात लड़की की शव पुलिस को मिली. जब इसकी सूचना नाबालिग के परिजनों को मिली तो वो मौके पर पहुंचे और शव के कपड़ों के आधार पर अपनी बेटी के रूप में उसकी पहचान की.
वहीं परिजनों ने किसनपुर थाने के पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया है. परिजनों ने कहा उनकी नाबालिग बेटी को बीते 3 सितंबर को पड़ोस की रहने वाली रेणु शाम को बुला कर ले गयी, जब परिजनों ने मुखिया सरपंच से मिलकर बेटी लौटा देने की गुहार लगायी तो उसके बेटी को नहीं लौटाई गयी, जिसके बाद परिजनों ने बीते 9 सितंबर को गांव के 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज भी करवाया. मगर पुलिस ने कागजी खानापूर्ति करते हुए मामले में आरोपियों की ना तो गिरफ्तारी की ना ही कोई कार्रवाई की. ऐसे में अब परिजन इंसाफ की मांग कर रहे हैं, जबकि पुलिस अधिकारी मेडिकल जांच के बाद कुछ बोलने की बात कह रहे हैं.