पटना: सुशांत आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के बाद बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. महाराष्ट्र सरकार सीबीआई जांच को बाधित करने की पूरी कोशिश कर रही है. ऐसे में सोमवार को उनके इस रवैये पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने कहा, " सीबीआई जांच को लेकर शिवसेना जिस तरह से बहदवास तरीके से घबराई हुई है उससे लगता है कि सुशांत की संदेहास्पद मृत्यु के सभी राज शिवसेना को पता हैं. अगर ऐसा नहीं है तो पूरी राज्य सरकार बिहार के बेटे के न्याय के खिलाफ क्यों खड़ी है?"


उन्होंने कहा, " सुशांत सिंह राजपूत ही क्यों दिशा सालियान के मामले में भी शिवसेना के दामन पर दाग दिखाई देता है और शक होता है कि शिवसेना के घनिष्ट संबंध- संपर्क आरोपियों के साथ हैं. इन सब कारणों से सीबीआई से गुजारिश है कि संजय राउत और आदित्य ठाकरे का नारको एनालिसिस टेस्ट कराए ताकि सारे रहस्य से परदा उठ सके."


निखिल आनंद ने मुम्बई के मेयर की ओर से सीबीआई को धमकी देकर पहुंचते ही क्वारेंटाईन करने की चेतावनी देने को नींदनीय करार देते हुए कहा, " इससे स्पष्ट हो गया है कि बीएमसी ने महाराष्ट्र सरकार के इशारे पर आईपीएस विनय तिवारी को क्वारेंटाईन किया था." निखिल ने कहा, " रिया के साथ मिलकर संजय राउत सुशांत की सलेक्टीव फैमिली डिटेल लीक कर रहे हैं, जिससे कि मामले को दूसरा मोड़ दिया जा सके."


निखिल आनंद ने कहा, " संजय राउत ने पीड़ित परिवार के खिलाफ तथ्यहीन अनर्गल बातें करते हुए कहा कि सुशांत के पिता जी ने दो शादी की, जिसका उसके मामा और चाचा ने खंडन करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है. शिवसेना राजनीतिक तौर पर इतना गिर गई है कि एक मृतआत्मा का चरित्रहनन करने पर उतर आई है."


निखिल आनंद ने सुशांत सिंह राजपूत के मामले में शिवसेना के मुखपत्र सामना में रविवार को छपे आलेख को निहायत ही वाहियात बताया और कहा, " सुशांत की संदेहास्पद मृत्यु के तुरंत बाद भी सामना ने एक घटिया आलेख लिखा था. इससे लगता है महाराष्ट्र की पूरी सरकार, पुलिस, शासन-प्रशासन व्यवस्था सुशांत के न्याय के खिलाफ प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर खड़ी है."