Pappu Yadav On Bihar Assembly Election 2025: पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बिहार में कांग्रेस को अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने की सलाह दे दी है. उनके मुताबिक कांग्रेस को बिहार एक विकल्प के तौर पर देख रहा है, जो कि उनकी अपनी व्यक्तिगत राय है.
उन्होंने कहा, "कांग्रेस जो भी निर्णय लेगी, मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा. अगर बिहार की 13 करोड़ जनता को बचाना है, तो कांग्रेस को अकेले आगे बढ़ना होगा. राहुल गांधी EBC, OBC, SC, ST, संविधान और गरीबों की बात कर रहे हैं. उनकी ओर लोग उम्मीद से देख रहे हैं."
लालू यादव और नीतीश कुमार का बिना नाम लिए बोला हमलापप्पू यादव ने लालू यादव और नीतीश कुमार का नाम लिए बिना उनपर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 40 साल से ये लोग सिर्फ सियासत कर रहे हैं. अब नया रास्ता अपनाना चाहिए और कांग्रेस को अकेले बिहार में राजनीति करनी चाहिए.
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी का कांग्रेस में किया था विलयबता दें कि पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव के समय अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय किया था, लेकिन तकनीकी रूप से वे कांग्रेस में शामिल नहीं हो पाए. हालांकि, उन्होंने कांग्रेस को अपना समर्थन दिया हुआ है. जिस तरह से वह कांग्रेस के बारे में कह रहे हैं कि पार्टी को अकेले बिहार चुनाव लड़ना चाहिए, उससे महागठबंधन में विवाद हो सकता है.
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी, CPI, CPM और CPI (ML) शामिल हैं. कांग्रेस की तरफ से स्पष्ट किया जा चुका है कि वह महागठबंधन में रहकर ही चुनाव लड़ेगी. लेकिन, कांग्रेस अब भी तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार मानने को तैयार नहीं है, जबकि RJD की ओर से कई बार ऐलान किया जा चुका है कि तेजस्वी ही मुख्यमंत्री चेहरा होंगे.
तेजस्वी को बनाया गया है महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमेटी का अध्यक्ष
हालांकि, कांग्रेस इस पर खुलकर कुछ नहीं कह रही है. तेजस्वी को महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है, लेकिन औपचारिक रूप से उन्हें मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है, जबकि अब तक महागठबंधन की इस मुद्दे पर तीन बैठकें हो चुकी हैं.
2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने महागठबंधन में 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 19 सीटें जीत पाई थी. अब ज्यादा सीटों की मांग को लेकर कांग्रेस लगातार RJD पर दबाव बना रही है.