RJD Sunil Kumar Singh: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आरजेडी नेता सुनील कुमार सिंह की बिहार विधान परिषद की सदस्यता फिर से बहाल हो गई है. सदस्यता बहाल होने के बाद गुरुवार (27 फरवरी) को सुनील सिंह ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस मौके पर वे पुष्पा फिल्म के स्टाइल में दिखे. कहा कुछ भी हो जाए सुनील सिंह झुकेगा नहीं. वे सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भी बरसे.
सुनील सिंह ने कहा, "लोकतंत्र के मंदिर में सात महीने पहले लोकतंत्र की हत्या की गई थी. मेरा कसूर क्या था? मैं गरीबों की बात उठाता था. भ्रष्टाचार का मुद्दे उठाता था. गरीबों के साथ जो गलत होता था उसको उठाता था. किसानों की बात को उठाता था. यही बात शासकों को पसंद नहीं आई और मुझे भुगतना पड़ा. मैं आरजेडी का सिपाही हूं. मैं एक कदम भी पीछे नहीं हटा. हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने कहा तुमको जो भी लड़ाई लड़ना है लड़ो. आरजेडी के सारे कार्यकर्ता और नेता तुम्हारे साथ हैं. सभी लोग तुम्हारे साथ खड़े रहेंगे."
'मुख्यमंत्री पर कार्रवाई नहीं हुई'
सुनील सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय लोकतंत्र की हत्या होने से बचाया. यह कोई साधारण लड़ाई नहीं है, सिर्फ एक शब्द बोलने के लिए मेरी सदस्यता ले ली गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोनों ही सदनों में बिहार की महिलाओं के प्रति जो शब्दों का प्रयोग किया उस पर कार्रवाई नहीं हुई. जब दोनों सदनों में उन्होंने महिलाओं का अपमान किया तो आज जो लोग उनके साथ हैं कह रहे थे कि देश इसे कभी माफ नहीं करेगा. आज नीतीश कुमार उन लोगों के ही गोद में जाकर बैठ गए हैं.
आरजेडी नेता नेता ने आगे कहा कि गरीब परिवार से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री के लिए नीतीश कुमार ने क्या नहीं कहा लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. कोई मेरी आवाज को नहीं काट सकता है. जब मैं सदन में जाऊंगा तो मैं पुनः गरीबों की बात उठाऊंगा. शोषितों की बात उठाऊंगा. बेरोजगारों की बात उठाऊंगा. जो मेरे किसान भाई हैं और जिनका इस राज्य में शोषण हो रहा है, दोहन हो रहा है उनकी बातों को मैं पूरी मुस्तैदी से उठाऊंगा.
कोर्ट के निर्णय पर आगे उन्होंने कहा कि मेरी जीत नहीं बल्कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की जीत है. तेजस्वी यादव को हम धन्यवाद देते हैं. उन्होंने कहा था आपको झुकना नहीं है. जितनी शक्ति है उतनी शक्ति से आप लड़िए. यह मेरी नहीं मेरी पार्टी और बिहार की जनता की जीत है. सभी लोगों का मैं धन्यवाद करता हूं.
बता दें कि अभी तक बिहार विधान परिषद की तरफ से सुनील सिंह के मामले में कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है. सुनील सिंह की सदस्यता पुन: बहाल करने को लेकर अब तक परिषद की तरफ से कुछ भी जानकारी नहीं दी गई है.
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