वैशाली: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जोर शोर से चुनाव प्रचार करने में जुटी हुई हैं. इसी क्रम में जिले के महनार में जेडीयू प्रत्याशी के समर्थन में व्यापक जनसभा का आयोजन किया गया. चुनावी सभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, हरिहर सहनी और एनडीए के कई नेता मंच पर मौजूद रहे.


इस दौरान नित्यानंद राय ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में एनडीए की हार बिहार को कश्मीर बना देगी और सारे आतंकी बिहार में पनाह ले लेंगे. उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बिहार में आ गई तो कश्मीर से जिस आतंकवादी का हम सफाया कर रहे हैं, वो बिहार की धरती पर पनाह ले लेंगे. विपक्ष सत्ता पाने के लिए आतंकवादियों और पकिस्तान से भी समझौता कर सकती है.






नित्यानंद राय के इस विवादित बयान के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है. विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि गृह मंत्री का ऐसा बयान देश में गृह युद्ध करा सकती है. उन्होंने कहा कि लालू परिवार के 15 साल का भय दिखाकर 15 साल राज किया अब जनता इनको मौका देने वाली नहीं है, इसीलिए आतंकवादी का भय दिखाकर वोट लेना चाहते हैं.


उन्होंने कहा कि हम देश के प्रधानमंत्री से कहना चाहेंगे कि कैसे नेताओं को आपने गृह मंत्री बना रखा है, जो देश में गृह युद्ध जैसी स्थिति पैदा करने को उतारू हैं. उनके इस बयान से साबित हो गया कि उन्होंने रिजल्ट से पहले ही अपनी हार मान ली है. अब तक आपने कभी ऐसा नहीं देखा होगा कि जनता को वोट के लिए आतंकवादी का भय दिखाया जा रहा हो. यह तो चाहते हैं और इनका यही यूएसपी भी है. यह अपने राज में हिंदू-मुस्लिम कर उन्माद और दंगा फैलाना चाहते हैं. इस तरह से वो वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं लेकिन अब राज्य की जनता इनके झांसे में आने वाली नहीं है.


उन्होंने कहा कि लालू यादव पर जो सवाल खड़े कर रहे हैं उनको पता होना चाहिए कि जो उनसे राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ पा रहे हैं, वही इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाते हैं. हम कानून और न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और वो न्यायिक प्रक्रिया के तहत दोषी पाए गए और वो जेल गए. लेकिन न्याय के मंदिर में न्याय मिलेगा, ये हमलोग को भरोसा था और हमे यकीन है कि लालू प्रसाद के साथ न्याय होगा. लेकिन जनता की अदालत ने उन्हें क्लीनचिट दिया है और जनता की अदालत लोकतंत्र में सर्वोपरी है. इसलिए जनता इस तरह के आरोपों का लगातार जवाब दे रही है और जिस साजिश और षड्यंत्र के शिकार लालू जी हुए हैं इसका भी पर्दाफाश आने वाले समय में हो जाएगा.