पटना: हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव अपने करीबी आकाश यादव को छात्र आरजेडी के अध्यक्ष पद से मुक्त किए जाने से काफी नाराज हैं. इस पूरे प्रकरण पर उन्होंने ट्वीट कर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. आकाश के लिए जहां उन्होंने आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष को पार्टी संविधान का पाठ पढ़ाया है. वहीं, अपने छोटे भाई जिसके लिए वो हमेशा जान दे देने की बात कहते हैं, अपना अर्जुन बताते हैं को प्रवासी सलाहकार बता दिया है.  


जगदानंद सिंह ने लिया बड़ा फैसला


दरअसल, आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह बुधवार को कई दिनों बाद बिहार की राजधानी पटना स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे. कार्यालय पहुंचते ही उन्होंने पार्टी के संबंध में बड़ा फैसला किया. उन्होंने पार्टी के युवा विंग की जिम्मेदारी गगन कुमार को सौंप दी. इससे पहले युवा विंग के अध्यक्ष आकाश यादव थे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी उनके साथ थे.


 






आकाश यादव को पदमुक्त किए जाने से भड़के तेज प्रताप ने ट्वीट कर कहा, " प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने मैं अध्यक्ष जी ये भूल गए की पार्टी संविधान से चलती है और आरजेडी का संविधान कहता है की बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते. आज जो हुआ वो आरजेडी के संविधान के खिलाफ हुआ."


 






तेज प्रताप के इस ट्वीट पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने चुटकी ली है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, " हम प्रवासी कहते थे, तो मिर्ची लगती थी.  अब तो प्रवासी सलाहकार कहा गया. पार्टी को पारिवारिक संपत्ति समझने वालों का आंतरिक कलह सबके सामने आ गया. जगदानंद सिंह को पार्टी संविधान का आईना दिखाया गया."


 






पद के लिए स्वाभिमान से किया समझौता


नीरज कुमार ने कहा, " राजनीति में जमीर महत्वपूर्ण होता है, आत्मसम्मान महत्वपूर्ण होता है. जगदानंद सिंह की ऐसी दुर्दशा देखी नहीं जा रही है. पद के लिए अपने स्वाभिमान से समझौता किया. " इधर, हम प्रवक्ता ने भी पूरे मामले पर तेजस्वी को घेरा है. 


दानिश रिजवान ने कहा, " तेजस्वी यादव जगदानंद सिंह को आगे करके तेज प्रताप यादव को अपनानित कर रहें हैं. वे आकाश यादव को पदमुक्त करवा तेज प्रताप यादव का पर कतर रहें हैं. असल में तेजस्वी तेज प्रताप की लोकप्रियता से डरने लगें हैं."


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