पटना: दिल्ली में इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance Meeting) की चौथी बैठक में मंगलवार (19 दिसंबर) को किन-किन मुद्दों पर चर्चा हुई इस पर आरजेडी सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने सब कुछ बताया है. मनोज झा ने कहा कि बैठक में लगभग सबने माना कि तीन हफ्तों के अंदर सीट शेयरिंग और जनसंपर्क पर बात हो जाए. सारी चीजें तय होंगी कि बैठक कहां कहां और कब होगी. जानिए बैठक में 2024 की जीत के प्लान पर किस तरह बात हुई.


मनोज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुद्दाविहीन राजनीति करते हैं. तेजस्वी यादव ने प्रपोजल रखा और ये तय किया गया हमें पांच वैसे मुद्दे लेने हैं जो लोगों को लगे कि ये मेरे मुद्दे हैं. चाहे रोजगार का मुद्दा हो, पेंशन का मुद्दा हो, रोजमर्रा की जिंदगी का मुद्दा हो, बच्चों के भविष्य का मुद्दा हो, बेहतर स्वास्थ्य का मुद्दा हो इस तरह के मुद्दों का चयन करना है. मैं समझता हूं कि ये इस बैठक की उपलब्धि रही है.


'पीएम मोदी के पास मुद्दे नहीं'


मीडिया से मुखातिब हुए सांसद मनोज झा ने कहा कि हम नरेंद्र मोदी को मुद्दों से घेरेंगे. पीएम मोदी के पास मुद्दे नहीं हैं. मंदिर मस्जिद के नाम पर देश का चुनाव नहीं होना चाहिए. चुनाव के लिए सबसे बड़ी चीज है ईवीएम. इसमें सर्वसम्मति से वीवीपैट की मांग करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितने बाकी मुद्दे हैं.


ममता बनर्जी ने विपक्ष के चेहरे और कन्वीनर के तौर पर मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे किया. अरविंद केजरीवाल ने भी समर्थन किया. इनके अलावा और किन लोगों ने समर्थन किया है? इस पर मनोज झा ने कहा कि सबसे बड़ी बात है कि इन दोनों के प्रस्ताव पर मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा? सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे. उन्होंने अपनी जीवन गाथा बताई है. अपना संघर्ष बताया है. लोगों की तरह रोते नहीं हैं कि चाय बेचते थे जिसका कोई गवाह नहीं है, लेकिन उनकी जिंदगी के कई गवाह हैं. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पहले हम चुनाव लड़ेंगे तब प्रधानमंत्री का फैसला करेंगे.


इस सवाल पर कि बीजेपी इंडिया गठबंधन के चेहरे को लेकर घेर रही है. इस पर मनोज झा ने कहा कि चेहरे की बात जब बीजेपी करती है तो मुझे लगता है कि लोकतंत्र को खत्म करने के लिए कुछ भी कर सकती है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बैठक में लालू यादव ने कहा, "मिलकर रहो. काफी देर हो गई. सीट शेयरिंग करिए. एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी मत करें."


30 जनवरी को होगी गांधी मैदान में रैली


कहा जा रहा है कि महात्मा गांधी से जुड़े दिन 30 जनवरी को पटना के गांधी मैदान में रैली होगी. इस पर मनोज झा ने कहा कि महात्मा गांधी के दिन से जुड़ी यह रैली नहीं है बल्कि आरएसएस से भी जुड़ी हुई है. आरएसएस की ओर इशारा करते हुए कहा कि गांधी की हत्या जिसने की थी उसका किस संगठन से संबंध था? हम रैली करेंगे और कहेंगे कि देखिए आज गांधी के हत्यारे सत्ता शिखर पर कहां तक पहुंच गए. हालांकि उन्होंने कहा कि रैली की चर्चा हो रही है एक-दो दिन में साफ हो जाएगी.


इस सवाल पर कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने बैठक में क्या कहा? इस पर मनोज झा ने बताया कि राहुल गांधी ने समन्वय की बात की. कहा कि मिलकर लड़ेंगे.


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