Maha Kumbh Stampede: प्रयागराज के महाकुंभ में भगदड़ की घटना पर राजनीति गरमाई हुई है. विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर यूपी सरकार को घेर रहा है. मरने वाले श्रद्धालुओं के सही आकड़े पेश नहीं किए जाने पर संसद में भी सवाल खड़े हुए, जिसे लेकर सत्ता पक्ष के लोगों ने विपक्ष पर निशना साधा. हालांकि विपक्ष की ओर से इसकी मांग लगातार की जा रही है कि महाकुंभ में हुई घटना की जिम्मेदारी कौन लेगा?
आरजेडी सांसद ने क्या कहा?
आरजेडी सांसद मनोज झा ने एक बार फिर महाकुंभ भगदड़ मामले पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि "चिंता का विषय यह है कि आखिर कितनी जाने गई हैं? महाकुंभ इनसे (भाजपा) पहले भी था और इनके बाद भी होगा. महाकुंभ निरंतर है. लेकिन राजनैतिक दल निरंतर नहीं है. लोग जवाबदेही चाहते हैं. इतनी जाने जाएं और सदन को अनभिज्ञ रखना सारे देश को अनभिज्ञ रखने जैसा है."
सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का निर्देश
वहीं प्रयागराज महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ के मामले की सुनवाई से इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इनकार कर दिया है. कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का निर्देश दिया है. आपको बता दें कि याचिका में केंद्र और सभी राज्यों को पक्ष बनाया गया था. इसमें केंद्र और राज्य सरकारों को सामूहिक रूप से काम करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था ताकि महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित किया जा सके.
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