Tejashwi Yadav News: प्रयागराज के महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना को लेकर सियासत तेज है. विपक्ष इस मुद्दे पर यूपी सरकार को लगातार घेर रही है. इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना से मधुबनी रवाना होने के दौरान (03 फरवरी) को कहा कि अगर उत्तर प्रदेश के महाकुंभ में घटना हुई है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? अगर लोकसभा में इसे उठाया गया था तो कौन सी गलत बात है. इस सरकार को बताना पड़ेगा कि जिम्मेदार कौन है और किस तरीके से घटना हुई है.

प्रधानमंत्री पर क्या बोले तेजस्वी यादव?

वहीं रविवार को प्रधानमंत्री के जरिए दिल्ली की रैली में बिहार में जंगलराज को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पर प्रहार करने और मखाना वोट के मामले पर बयान दिए जाने पर तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछा कि 11 साल में आपने क्या दिया? आप बताइए कि क्या दिया? आप कंपटीशन कर लीजिए कि बिहार को क्या मिला और गुजरात को क्या मिला?

तेजस्वी यादव ने कहा कि मधुबनी में बेनीपट्टी में लगातार लोगों के साथ पुलिस के लोग मारपीट कर रहे हैं. पहले भी कई लोगों के साथ मारपीट की गई. वहां के एक डीएसपी ने एक अल्पसंख्यक के साथ मारपीट की और कोई कार्रवाई नहीं हुई. मैं वहां जा रहा हूं. पीड़ित परिवार से मिलेंगे और मैं यह भी बता दूं कि जो लोग इस तरह से करेंगे मैं उनको अच्छे तरीके से ठीक करना भी जानता हूं. मैं सत्ता में रहूं या नहीं रहूं किसी भी व्यक्ति के साथ और किसी भी लोगों के साथ अन्याय होगा तो तेजस्वी यादव खड़ा रहेगा.

जिस तरीके से यह मानसिकता बीजेपी को लोगों ने फैलाई है, पुलिस वालों में यह निश्चित तौर पर बहुत ही खतरनाक है. मधुबनी दरभंगा में भारतीय जनता पार्टी के लोग ही सांसद और विधायक हैं. उसके बावजूद देखिए किस तरह से कम हो रहा है. इसीलिए मैं जा रहा हूं. लोगों से मिलेंगे और मैं यह भी चाहता हूं कि लोगों को न्याय मिले और मानव अधिकार आयोग में भी इसकी शिकायत की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी या मैं इस पूरे मामले को छोडूंगा नहीं, जब तक डीएसपी पर कार्रवाई नहीं हो.

'बिहार में अपराध की स्थिति बहुत खतरनाक'

उन्होंने कहा कि बिहार में अपराध की स्थिति बहुत खतरनाक है. कई-कई राउंड गोलियां चल रही हैं, मैं बुलेटिन जारी करता हूं. लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस या सरकार पूरे मामले पर कोई कार्रवाई नहीं करती. नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के बेटे के खुदकुशी पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा है कि मैं जब मधुबनी से लौटूंगा तो शकील साहब से जाकर मुलाकात करूंगा.

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