जमुई: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) प्रदेश में जातीय गणना करवा रहे हैं तो वहीं उनकी ही सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) ने जाति व्यवस्था पर सवाल उठाया है. चंद्रशेखर ने कहा कि भारत को पुनः विश्व गुरु बनने के लिए जाति, धर्म और मजहब से उठकर शिक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा. वह बुधवार (9 अगस्त) को सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 14वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे.


शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में कहां कि जाति व्यवस्था ईश्वरीय व्यवस्था नहीं बल्कि पुरखों के कारण बनी है. विश्व में कुल 195 देश हैं. भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि सात-आठ देशों को छोड़ दें तो कहीं जात-पात नहीं दिखता. जाति रुपी गुच्छे पर बंध कर नहीं रहना है. यह शरीर पंच तत्वों से बना है फिर यहां जाति कहां से आ गई?


चंद्रशेखर बोले- जात-पात कुछ नहीं होता


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने आगे कहा कि भगवान राम ने शबरी का झूठा खाया. यह बताता है कि जात-पात कुछ नहीं होता. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत सोने की चिड़िया है. विश्व गुरु बनने के लिए मां-बाप को सब कुछ छोड़कर अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए प्राण देना चाहिए. अपना देश भूमि कहलाती है इसका श्रेय बिहार को जाता है. जब दुनिया में विश्वविद्यालय की कल्पना नहीं की गई थी तब भी अपने बिहार में कई विश्वविद्यालय थे.


तीन छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित


पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूछे गए प्रश्न विद्यालय से शिक्षक के पलायन के बारे में शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों का पलायन रोकना होगा, जिसकी हमें भी जानकारी है. इस मौके पर शिक्षा मंत्री के हाथों सिमुलतला आवासीय विद्यालय के तीन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया. मुखड़ा कुमारी, मुरारी कुमार ने 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को एयर विंग कैडेट से बेस्ट कैडेट्स के रूप में बिहार और झारखंड का प्रतिनिधित्व करते हुए राष्ट्रपति को सलामी दी थी. इसके अलावा रोहित कुमार इंस्पायर्ड अवार्ड मानक डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी भारत सरकार के द्वारा चुने जाने पर उन्हें सम्मानित किया गया.


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