पटनाः बिहार में पांच सीटों पर राज्यसभा के लिए 10 जून को चुनाव होना है. जेडीयू ने झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक खिरू महतो (Khiru Mahto) को राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है. इस फैसले के बाद सोमवार को केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान आरसीपी सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के प्रति आभार जताया. कहा कि नीतीश बाबू के साथ वे 25 साल रहे, जो भी निर्णय लिया गया उसके लिए नीतीश बाबू को धन्यवाद.


आरसीपी सिंह ने कहा कि 12 साल तक राज्यसभा में पार्टी का अध्यक्ष रहा, इसमें उनका सहयोग रहा. मैने संगठन में काम किया. हमारा संगठन जनता दल यू है. हमारी उपलब्धि है कि पार्टी को बूथ तक पहुंचाया. संगठन में 33 प्रकोष्ठ बनाया. संगठन के सभी निर्णय नीतीश बाबू के सलाह से लिए गए. संगठन की ताकत मेरी उपलब्धि है. 33 प्रकोष्ठ को घटाए गए, उन सबको पुनर्जीवित किया जाए.



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नीतीश कुमार की सहमति से बना मंत्री


आगे केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बताया कि संगठन में समय दूंगा और उपलब्ध रहूंगा. मैंने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे कोई नाराज हो. छह जुलाई तक कार्यकाल है. मंत्री बनाने का विशेषाधिकार पीएम का है. नीतीश कुमार की सहमति से ही केंद्र में मैं मंत्री बना हूं.


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पीएम बनाए जाने के मामले पर कहा कि पीएम बनने के लिए 272 सीट चाहिए. जेडीयू के पास 16 है वह भी बिहार में है. एक सवाल पर कि क्या ललन सिंह से नाराजगी है? इसका जवाब देते हुए आरसीपी ने कहा कि ललन सिंह लोकसभा के नेता हैं, हम राज्यसभा के हैं. ऐसे में दोनों में किस लिए नाराजगी रहेगी?


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