पटनाः वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रमई राम (Ramai Ram) का गुरुवार को पटना में निधन हो गया. वे कंकड़बाग स्थित मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में भर्ती थे. यहीं उनका इलाज चल रहा था. निधन के बाद राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है. रमई राम के निधन पर कई राजनेताओं ने शोक जताया है. रमई राम लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की जानकारी खुद तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने ट्विटर पर दी है.


तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा- "वरिष्ठ समाजवादी नेता, पूर्व मंत्री और 9 बार विधायक रहे आदरणीय श्री रमई राम जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। वो एक कर्मठ और समर्पित राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता थे. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे. ॐ शांति ॐ."






यह भी पढ़ें- Tej Pratap Yadav: तेज प्रताप यादव ने दिया 'गुरु मंत्र', सुबह-सुबह की अत्याचारी और पीड़ित की बात


लालू और नीतीश सरकार में रह चुके हैं मंत्री


बता दें कि रमई राम मुजफ्फरपुर के बोचहां से कई बार विधायक चुने गए थे. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार में वो मंत्री पद संभाल चुके थे. बोचहां में जबरदस्त पकड़ थी. हाल ही में बोचहां विधानसभा के उपचुनाव में उनकी बेटी को वीआईपी से प्रत्याशी बनाया गया था. 


मुकेश सहनी ने भी जताया दुख


वीआईपी सुप्रीमो और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने भी शोक जताया है. ट्वीट कर लिखा- "पूर्व मंत्री व अभिभावक श्री रमई राम जी का निधन की खबर अत्यंत दुःखद है. उनका निधन पूरे प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. भावपूर्ण श्रद्धांजलि!"






रमई राम को बिहार के दिग्‍गज नेताओं में गिना जाता था. वर्ष 2015 और 2020 में लगातार दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 2015 में निर्दलीय प्रत्याशी बेबी कुमारी ने इन्हें पटखनी दी थी. वहीं 2020 में वीआईपी के मुसाफिर पासवान से इनकी पुत्री गीता कुमारी हार गईं.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: हर बात का विरोध करती है कांग्रेस और RJD… सुशील कुमार मोदी ने ऐसा क्यों कहा? पढ़ें पूरी खबर