नालंदाः बिहार की पांच सीटों पर राज्यसभा के चुनाव होने हैं. जेडीयू ने आरसीपी सिंह (RCP Singh) का पत्ता काट दिया है और इस बार पार्टी ने झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक खिरू महतो (Khiru Mahto) को राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है. रविवार को आधिकारिक घोषणा के बाद जब यह बात सामने आई कि आरसीपी सिंह का पत्ता कट गया है तो राजनीतिक गलियारे से लेकर अब गांव की भी हवा बदल गई है.


आरसीपी सिंह का टिकट कटा तो उनके पैतृक गांव मुस्तफापुर के लोग नाराज हो गए. गांव में गम का माहौल है. किसी ने कहा यह गलत हुआ है तो किसी ने कहा कि सोचा नहीं था कि नीतीश कुमार ऐसा करेंगे. तमाम तरह के लोग और तमाम तरह की बातें सामने आईं लेकिन आरसीपी सिंह के गांव से कुल मिलाकर यही खबर सामने आई कि गांव के बुजुर्ग लोगों में नाराजगी है.


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लोग बोले- पता नहीं नीतीश कुमार के मन में क्या आया


गांव के एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि लोगों ने ऐसा सोचा नहीं था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसा करेंगे. आरसीपी सिंह ऐसा नेता थे जिन्होंने अपने गांव के साथ साथ पूरे जिले का नाम को रोशन किया लेकिन इस बार मुख्यमंत्री के मन में क्या आया जो राज्य सभा भेजने के लिए नहीं सोचा.


मुख्यमंत्री के गृह जिले से ही आते हैं आरसीपी सिंह


साथ में बैठे एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि दोनों का संबंध भी एक ही तरह का था. सुबह से ही इन सब विषयों को लेकर चर्चा हो रही है. सबका कहना है कि यह गलत हुआ है. बता दें कि नालंदा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आते हैं और उन्हीं के गृह जिले से आरसीपी सिंह भी आते हैं. राज्यसभा के लिए जेडीयू से खिरू महतो के नाम की घोषणा होने के बाद गांव का माहौल बदला-बदला सा है.


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