Prashant Kishor News: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बीते मंगलवार (20 मई, 2025) से 'बिहार बदलाव यात्रा' की शुरुआत की है. बुधवार (21 मई, 2025) को उन्होंने मांझी (सारण के) नगर पंचायत में अपनी पहली और जलालपुर नगर पंचायत में दूसरी जनसभा की. लोगों को संबोधित करते हुए पीके लालू-नीतीश और मोदी का नाम लेते हुए वे बरसे. 

जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनाने से लेकर जमीन की रसीद कटाने तक के लिए रिश्वत ले रहे हैं, जिससे आम लोग परेशान हैं. अगली बार वोट लालू-नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दीजिएगा. मांझी की जनता से कहा कि बिहार में जनता का राज स्थापित करें.

'हक की आवाज उठाएंगे तो सरकार को मानना पड़ेगा'

जनसभा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कल (मंगलवार) हम जेपी के यहां तो पता चला कि यहां बिजली ही नहीं है. जो उनके (जेपी) चेले-चपाटी हैं वो आज जिन घरों में रहते हैं वहां सैकड़ों लाइट जलती है. एसी में रह रहे हैं. हालांकि खुशी है कि कल (मंगलवार) जब हमने यह बात मीडिया के माध्यम से उठाई तो सरकार डर से ही सही बिजली अब वहां बहाल कर दी गई है. यह दिखाता है कि अगर आप अपने हक की आवाज को उठाएंगे तो सरकार को मानना ही पड़ेगा.

एक सवाल के जवाब में पीके ने पत्रकारों से कहा कि हम तो भाषण देते नहीं हैं. लोगों से पूछते हैं कि भाई क्या चाहिए? लोगों ने कहा लालू-नीतीश-मोदी से छुटकारा चाहिए. बिहार में जनता का राज चाहिए. बिहार में बच्चों के लिए शिक्षा और रोजगार चाहिए. लोगों ने आज संकल्प लिया है कि जाति-धर्म, नाली-गली, हिंदू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद और पांच किलो अनाज से ऊपर उठकर अपने बच्चों के लिए वोट देंगे, ताकि बिहार से पलायन बंद हो. 

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