जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने गुरुवार को दावा किया कि वे राघोपुर से इस विधानसभा चुनाव में राजद नेता तेजस्वी यादव को तीसरे नंबर पर धकेल देंगे. उन्होंने महागठबंधन में सीटों को लेकर चल रहे खींचतान के बारे में कहा कि महागठबंधन को तो पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि वीआईपी के मुकेश सहनी उनके साथ हैं या नहीं. बिना एक भी सीट पर चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा किए, उन्होंने डिप्टी सीएम बनने का दावा कर दिया है. मूल बात यह है कि इस बार महागठबंधन ने खुलकर करोड़ों रुपए में टिकटों की बिक्री की है. कई जगहों पर महागठबंधन के दो-दो दलों ने उम्मीदवार दे दिए हैं.

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प्रशांत किशोर ने खुद के राघोपुर से चुनाव न लड़ने के फैसले को पार्टी का फैसला बताते हुए कहा कि पार्टी का कहना है कि इससे जन सुराज के शेष उम्मीदवारों को मदद हो सकेगी. उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव और उनका पूरा परिवार मिलकर भी हमें नहीं डरा सकता है. आप देखिएगा, राघोपुर में उनको तीसरे नंबर पर धकेल देंगे.

बता दें कि पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव राघोपुर से एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरे हैं. इससे पहले, पूर्व सांसद और अररिया के जोकीहाट से चार बार विधायक रहे सरफराज आलम जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए. पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने उनका पार्टी में स्वागत किया.

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सरफराज आलम पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीमांचल की राजनीति के बड़े मुस्लिम चेहरे स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन के पुत्र हैं. वर्ष 1996 में पहली बार राजद के टिकट पर जोकीहाट से उपचुनाव जीतकर विधायक और बिहार सरकार में मंत्री बने थे. इसके बाद साल 2000, 2010 और 2015 में भी विधायक रहे. सांसद पिता तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद साल 2018 में हुए संसदीय उपचुनाव में जीत दर्ज कर सांसद भी बने. उनके भाई शाहनवाज आलम फिलहाल जोकीहाट विधानसभा से राजद के विधायक हैं.