पटना: एक वक्त था जब प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) दूसरी पार्टियों के लिए रणनीति बनाते थे. चुनाव के लिए खाका तैयार करते थे, लेकिन अब उनके लिए खाका बना रहा रहे हैं जो यह सोच रहे हैं कि वो प्रशांत किशोर को धकिया देंगे. शुक्रवार (27 अक्टूबर) को बयान जारी करते हुए पीके ने बड़ा बयान दिया. कहा कि हम उनमें से नहीं हैं, अगर लड़ने आए हैं तो इस बात को मानकर चलिए कि जीतने का खाका भी दिमाग में लेकर आए होंगे.


पीके ने कहा कि मुझे नीतीश कुमार और लालू यादव धकिया नहीं सकते हैं. इतनी ताकत के साथ लड़ूंगा कि इन सब नेताओं के दांत खट्टे कर दूंगा. पश्चिम बंगाल में अपने काम का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी और मैंने कहा था कि 100 के पार भी नहीं होंगे. बीजेपी वाले हुए क्या 100 के पार?


अपनी रणनीति और खाका पर प्रशांत किशोर ने कहा, "सोच समझ कर आए हैं कि ये कठिन काम है. इसको करने में कितनी ताकत लगानी पड़ेगी, कितना पसीना बहाना पड़ेगा, कितनी व्यवस्था बनानी पड़ेगी, कितना संसाधन लगाना पड़ेगा, सब कुछ सोच-समझ कर व्यवस्था बनाने आए हैं."


'नेता जब चुनाव लड़ता है तो मुझसे सलाह लेता है'


प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि ये जितने नेता हैं वो ये सोच रहे हैं हम धकियाने वाले आदमी हैं. बड़े-बड़े लोगों के नाक में दम कर देते हैं. हम बिहार के लड़के हैं. देश भर का नेता जब चुनाव लड़ता है तो मुझसे सलाह लेता है तो ये नेता मेरा क्या करेंगे? एक बार समाज के लोग खड़े हो गए तो जन बल के आगे कोई बल खड़ा होने वाला नहीं है. लोगों से कहा कि बिहार के भविष्य के लिए सोचिए. किसी का बंधुआ मजदूर मत बनिए.


प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि जन सुराज व्यवस्था नहीं बनाएंगे तो कल होकर समाज के लोग बोलेंगे कि प्रशांत किशोर गांवों-प्रखंडों में घूम रहे हैं इनकी तो कोई ताकत ही नहीं है. बता दें कि जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर लगातार पदयात्रा कर रहे हैं. इन दिनों प्रशांत किशोर सीतामढ़ी में घूम रहे हैं. लोगों के बीच जाकर शिक्षा, रोजगार समेत कई मुद्दों पर जागरूक कर रहे हैं कि मौजूदा सरकार ने क्या किया है और क्या नहीं.


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