बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सातवीं बार राज्य के दौरे पर आ रहे हैं. सोमवार (15 सितंबर) को पीएम मोदी पूर्णिया पहुंचेंगे और सीमांचल क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरे के दौरान वे राज्य को 36 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे.
प्रधानमंत्री का विमान दोपहर 2:20 बजे चूनापुर सैन्य हवाई अड्डे पर उतरने के बाद सड़क मार्ग से पूर्णिया एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग पहुंचेंगे. एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे और करीब 15 मिनट निरीक्षण करेंगे. इसके बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टर से गुलाबबाग-शीशाबाड़ी स्थित सभा स्थल के लिए रवाना होंगे. सभा स्थल पर पीएम मोदी डेढ़ घंटे तक रहेंगे और विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे.
मंच से दिखेगी एनडीए की एकजुटता
पूर्णिया रैली में पीएम मोदी के साथ जेडीयू, लोजपा (रामविलास पासवान), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (जीतन राम मांझी) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) के प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी उपस्थिति की संभावना है. यह रैली एनडीए की सीमांचल में एकजुटता और राजनीतिक मजबूती का संदेश मानी जा रही है.
वंदे भारत और अमृत भारत एक्सप्रेस को पीएम दिखाएंगे हरी झंडी
पीएम मोदी तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. जोगबनी-दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस, सहरसा-छेहरटा (अमृतसर) अमृत भारत एक्सप्रेस और जोगबनी-ईरोड अमृत भारत एक्सप्रेस. इसके अलावा विक्रमशिला-कटरिया रेललाइन का शिलान्यास करेंगे, जिसकी लागत 2,170 करोड़ रुपये है. अररिया-गलगलिया नई रेललाइन (111 किमी) का उद्घाटन भी किया जाएगा.
योजना के तहत 40,920 लाभार्थियों को मिलेगा गृह प्रवेश का लाभ
भागलपुर के पीरपैंती में 3x800 मेगावाट की थर्मल पावर परियोजना और कोसी-मेची लिंक परियोजना का शिलान्यास होगा. पीएम आवास योजना के तहत 40,920 लाभार्थियों को गृह प्रवेश का लाभ मिलेगा. सुपौल और कटिहार जिलों में आई एंड डी व एसटीपी कार्य की आधारशिला रखी जाएगी. कटिहार, भागलपुर और दरभंगा में नई पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास भी होगा.
कृषि और सामाजिक योजनाएं
सीमांचल के किसानों और पशुपालकों को आधुनिक तकनीक से लैस सीमेन सुविधा का लाभ मिलेगा. राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का उद्घाटन भी होगा, जो क्षेत्र के कृषि और निर्यात को बढ़ावा देगा.
सीमांचल के चार जिलों कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज में कुल 24 विधानसभा सीटें आती हैं. 2020 में महागठबंधन ने सीमित सफलता हासिल की थी, जबकि एनडीए ने 12 सीटें जीतकर क्षेत्र में पकड़ मजबूत की थी. बीजेपी को 8 और जदयू को 4 सीटों पर पर जीत मिली थी. फिलहाल इस दौरे से एनडीए की आगामी चुनावों में स्थिति और मजबूत होने की संभावना है.