जमुई: बिहार विधानसभा चुनाव के बाद एलजेपी अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान सक्रिय राजनीति में बेहद कम नजर आ रहे हैं. खासकर कोरोना काल में वो क्षेत्र से बिल्कुल ही नदारद रहे हैं, जिस वजह से क्षेत्र के लोगों में उनके प्रति नाराजगी है. ऐसे लोग अब पोस्टरबाजी कर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. जमुई के कचहरी चौक और समाहरणालय जाने वाले रास्तों पर चिराज पासवान के लापता होने के पोस्टर लगाए गए हैं.

पोस्टक में लिखी ये बात 

पोस्टरों में जमुई सांसद चिराग पासवान के बयान को कोट करके लिखा गया है, " चुनाव ही लड़ेंगे या कोरोना जैसी इस आपदा में जमुई की माटी का कर्ज भी चुकाएंगें?" साथ यह भी लिखा है कि 'लापता' सांसद की जानकारी किन्ही को हो तो जरूर बताऐं, उचित इनाम दिया जाऐगा.

कई दिनों से बीमार हैं चिराग

मालूम हो कि जमुई सांसद चिराग पासवान पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे हैं. टाइफाइड की शिकायत पर डॉक्टरों ने उन्हें रेस्ट करने की सलाह दी है. कुछ दिनों पहले उनका एमआरआई भी कराया गया था. खबरों के माध्यम से बीमार चिराग पासवान की तस्वीर भी सामने आई थी. हालांकि, बीमार रहने के बावजूद कोरोना महामारी के दौरान वे जमुई में ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर, स्वास्थ्य सुविधा, सामुदायिक किचन आदि के लिए प्रयासरत थे.

एलजेपी के जिला अध्यक्ष ने कही ये बात

पोस्टर के संबंध में एलजेपी के जिला अध्यक्ष जीवन सिंह ने बताया कि चिराग पासवान एक चर्चित चेहरा हैं. जहां जाते हैं, वहां हजारों हजार लोग उनके साथ जाते हैं, जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने का डर है. ऐसे में वो क्षेत्र में नहीं निकल रहे हैं. हालांकि, वर्चुअल मीटिंग के जरिए वो लगातार हमें निर्देश देते रहते हैं.

इधर, इस पूरे मामले में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने कहा कि जब उन्होंने इलेक्शन के समय कहा था कि जमुई उनकी मां है और जमुई के वो बेटे हैं, तो आपदा के समय में वो कहां हैं. उनके नहीं आने से जनता को काफी दुख पहुंचा है.

(इनपुट- कवि सिंह)

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