पटनाः राजधानी पटना में सोमवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने सातवें चरण की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस की ओर से खूब लाठी चलाई गई. कई अभ्यर्थियों को चोट लगी है. वहीं कई शिक्षक अभ्यर्थियों के तो सिर तक फट गए. खून निकलने लगा. बीते 21 दिनों से गर्दनीबाग धरनास्थल पर 2019 के क्वालीफाई शिक्षक अभ्यर्थी आज डाक बंगला चौराहा पहुंचे थे. यहां प्रशासन ने सभी अभ्यर्थियों को रोक दिया. शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग थी कि अविलंब बहाली प्रक्रिया शुरू की जाए.


शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि वे 2019 से बहाली का इंतजार कर रहे हैं. तीन साल होने के बावजूद सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. एक शिक्षक अभ्यर्थी ने कहा कि सरकार बनने से पहले तेजस्वी यादव कहते थे कि पहली कैबिनेट की बैठक में आप लोगों की बहाली प्रक्रिया शुरू होगी. वो अभी सरकार में नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि शिक्षा मंत्री बदलने से कुछ नहीं होगा, सरकार बदलिए. अब तो तेजस्वी यादव सरकार में आए गए हैं.






'मंत्री बदले हैं, अधिकारी तो पुराने हैं'


शिक्षक अभ्यर्थियों ने कहा कि शिक्षा मंत्री नए आए हैं लेकिन उनके अधिकारी तो पुराने हैं. एक घंटे मीटिंग कर बात की जा सकती है और काम शुरू हो सकता है. हम लोग को भविष्य अंधकार में जा रहा है. अभ्यर्थियों ने कहा आज करो या मरो की सोच रखकर आए हैं. इस दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि सातवें चरण के 1 से 8 तक के नोटिफिकेशन को लेकर सरकार सीरियस नहीं है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को जल्द नोटिफिकेशन निकालना चाहिए.


एडीएम केके सिंह की दिखी गुंडागर्दी


इधर, डाकबंगला चौराहे पर पटना के एडीएम केके सिंह की गुंडागर्दी देखने को मिली. कई छात्रों पर उन्होंने इस तरह लाठी चलाई कि खून तक निकल गया. एक शिक्षक अभ्यर्थी का सिर फट गया. इतना ही नहीं उन्होंने मीडियाकर्मियों पर भी लाठी चलाई है. बाद में उन्हें मौके से वापस भेज दिया गया.


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