पटना: बिहार के छपरा में हुए लिंचिंग मामले में सोमवार को पटना में एडीजी जेएस गैंगवार ने पीसी की. बिहार पुलिस मुख्यालय में उन्होंने कहा कि दो फरवरी को शाम 4:30 बजे के आस पास छपरा के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर गांव में मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव और उनके समर्थकों की अमितेश सिंह, राहुल, आलोक, विक्की से झड़प हुई. इसमें अमितेश की मौत हो गई. राहुल, आलोक घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं. कहा कि मृतक अमितेश समेत तीनों मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के फॉर्म हाउस में पिस्टल लेकर गए थे. इसके बाद इन चारों की पिटाई की गई जिसमें अमितेश की मौत हो गई. वहीं सारण में आठ फरवरी तक सभी सोशल साइट्स जिले में बंद रहेंगे. 


कुर्की की तैयारी


सोशल मीडिया पर जाति को लेकर भड़काने वाले पोस्ट न हों इसके लिए ऐसा किया गया है. बिहार सरकार के गृह विभाग के आदेश पर आठ फरवरी रात 11 बजे तक सेवा ठप रहेगी. उधर, एडीजी ने ये भी कहा कि किस कारण उनकी पिटाई हुई यह अभी साफ नहीं हो पाया है. इस मामले को लेकर जांच जारी है. मुखिया प्रतिनिधि और उनके समर्थकों ने बचाव में इन लोगों की पिटाई की या नहीं इसपर भी जांच हो रही है. हथियार लेकर यह चारों गए थे, इसके बाद क्या हुआ उसे लेकर जांच जारी है. मर्डर समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें पांच नामजद अभियुक्तों शामिल हैं. उसमें से तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. जो भी आरोपी फरार चल रहे हैं उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है. कुर्की जब्ती की तैयारी चल रही है.


जातीय रंग देने वालों पर भी होगी कार्रवाई


इस घटना में कुछ असामाजिक तत्वों ने काउंटर रिएक्शन देने के लिए मुख्य आरोपी विजय यादव के इलाके में पांच फरवरी को जाकर ट्रक, ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल, साइकिल, कुछ घरों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की है. इस मामले में भी एक एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. असामाजिक तत्वों ने जब तोड़फोड़ अगजनी की तो उनको रोकने में दो पुलिस वाले घायल हुए हैं. फिलहाल पिटाई मामले में मांझी थाना अध्यक्ष देवानंद को निलंबित किया गया है. कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर इस मामले को जातीय रंग देने में लगे हैं. उन लोगों पर भी कार्रवाई होगी. मुबारकपुर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.


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