पटना: बिहार के पटना जिले के निचले कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. गंगा नदी का पानी पटना के बिंद टोली में घुस गया है. गरीबों की झोपड़ी डूब गई है. लोग गाय, सिर के ऊपर चूल्हा और जरूरी सामान लेकर पलायन कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि वे भूखे हैं. सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है. हर साल पानी झोपड़ियों में घुस जाता है. घर बह जाता है. इस बार भी सारा सामान बर्बाद हो गया. किसी तरह की मदद नहीं की गई.


गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ खासकर निचले इलाकों में पानी घुसना शुरू हो गया है. दीघा के पास स्थित है बिंद टोली. गंगा नदी से सटे पटना के किनारे वाले क्षेत्र बिंद टोली इलाके में बाढ़ का पानी घुस चुका है. लोग डरे हुए हैं. पलायन को मजबूर हैं. हर साल यही हाल होता है. यहां पानी का दबाव और बढ़ने की संभावना है. बिहार में बारिश भले ही नहीं हुई हो लेकिन मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा नदी का जलस्तर तेजी के साथ ऊपर गया है.


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प्रति घंटे एक सेमी की वृद्धि


प्रदेश में गंगा का पानी कई जगहों पर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है. जलस्तर में वृद्धि जारी है. प्रति घंटे एक सेमी की वृद्धि दर्ज की जा रही है. सोमवार की सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 48.70 सेमी पहुंचने की संभावना है. कलेक्ट्रेट घाट तक गंगा का पानी आ गया है. जिला प्रशासन शनिवार को ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर चुका है. जल संसाधन विभाग ने चेतावनी दी है कि पटना के गांधी घाट, हाथीदह, भागलपुर के कहलगांव में जल्द ही खतरे के निशान से ऊपर जलस्तर पहुंचने की आशंका है.


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