पटना: बिहार विधानसभा में मंगलवार को जो हुआ उसकी किसी ने कल्पना नहीं की होगी. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब विरोध कर रहे विपक्ष को पुलिस बल को विधानसभा से बलपूर्वक बाहर निकालना पड़ा. उन्हें काबू में करने के लिए सख्ती करनी पड़ी. बिहार विधानसभा से ऐसी तस्वीर सामने आएगी, ऐसा किसी ने नहीं सोचा था. हालांकि, अब इस पूरे मामले में आरजेडी सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर है और उनपर कई तरह के आरोप लगा रही है.


इसी क्रम में आरजेडी ने ये आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश ने विपक्ष के विधायकों के मन में डर पैदा करने के लिए प्लनिंग के तहत उनकी पिटाई करवाई है. आरजेडी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, " अगर विधायकों को सिर्फ बाहर करना होता तो मार्शल पर्याप्त थे! सदा रहे हैं! पर नीतीश कुमार को विपक्ष को डराना था! बेइज़्ज़त करना था! नए कानून का स्वाद चखाना था!"





आरजेडी ने दावा करते हुए लिखा, " मारपीट करने का निर्देश साफ था! सभी पुलिसकर्मी मास्क पहने थे! जो आज बिहार में कोई नहीं पहनता, पुलिस तो कभी नहीं! पुलिस की बस से उतरते ही सभी वर्दीधारी पुलिसकर्मी को नाम के बैज उतार लेने को कहा गया! DM-SP विधानसभा में पुलिसकर्मियों को साफ़ साफ़ कहते सुने गए कि किसी का लिहाज करने की ज़रूरत नहीं! जो करना है खुलकर करो! किसी को डरने की ज़रूरत नहीं! कोई कार्रवाई नहीं होगी!"





गौरतलब है कि कल बिहार विधानसभा में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 पेश किया जाना था. लेकिन विपक्ष के विधायक इस विधेयक को काला कानून बताते हुए हंगामा करने लगे. विपक्ष ने हर मर्यादाओं को भूल कर विरोध किया. सदन में विपक्ष ने आसान का घेराव किया, तोड़फोड़ किया, विधेयक की प्रति छीनने की कोशिश की.


विधानसभा सभा अध्यक्ष के कार्यालय के बाहर धरना दिया, जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल को विधानसभा बुलाया गया, जिन्होंने विपक्ष के विधायकों को बलपूर्वक बाहर निकल दिया. इस दौरान विधायकों के साथ मारपीट भी की गई. ऐसे में आरजेडी ने अब सीएम नीतीश पर विपक्ष के विधायकों को पिटवाने का आरोप लगाया है.


यह भी पढ़ें -


सदन में बोले सीएम नीतीश- बिहार विधानसभा में कभी नहीं देखा गया ऐसा दृश्य, आश्चर्यचकित हूं


 

विपक्ष के भारी विरोध के बीच विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 बिहार विधानसभा से पास