चंदन मित्रा हत्याकांड में कोलकाता से एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. इसमें मुख्य शूटर तौसिफ बादशाह भी शामिल है. कुछ और लोगों को भी पकड़ा गया है. 17 जुलाई को पारस अस्पताल में घटना को अंजाम देने के बाद ये लोग फरार हो गए थे. कोलकाता के आनंदपुर के एक गेस्ट हाउस से इन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पटना पुलिस को 48 घंटे की ट्रांजिट रिमांड मिली है.

11-12 बजे तक पटना पहुंचने की उम्मीद… फिर पूछताछ

कड़ी सुरक्षा के बीच इन लोगों को सड़क मार्ग से पटना लाया जा रहा है. झारखंड के रास्ते बिहार में एंट्री होगी. पूछताछ की जाएगी. सुबह 11-12 बजे तक पटना पहुंचने की उम्मीद है. पुलिस को शक है कि पुरुलिया जेल में बंद गैंगस्टर शेरु ने अपने गुर्गे का जरिए चंदन मिश्रा की हत्या की सुपारी तौसिफ बादशाह गैंग को दी है.

तौसीफ पर पहले से भी आर्म्स एक्ट और एटेम्पट टू मर्डर का केस भी चल रहा है. वो पहले से ही अपराधी है. निशु खान जो है वो तौसीफ का मौसेरा भाई है. उसके यहां ही चंदन मिश्रा हत्याकांड की साजिश रची गई थी. निशु ने सब कुछ कुबूल भी कर लिया है.

…और फिल्मी स्टाइल में कर दी गई थी हत्या

बता दें चंदन मिश्रा भी दुर्दांत अपराधी था. वह बेउर जेल में बंद था. इस महीने तीन जुलाई को पैरोल पर बाहर आया था. पटना के पारस हॉस्पिटल में इलाज के लिए उसको भर्ती कराया गया था. 17 जुलाई की सुबह पांच की संख्या में अपराधी अस्पताल के अंदर घुसे और फिल्मी स्टाइल में गोली मारकर हत्या कर दी थी. शूटआउट को तौसिफ बादशाह लीड कर रहा था. इस घटना से पूरे बिहार में सनसनी फैल गई. सीसीटीवी फुटेज से सारे बदमाशों की पहचान हो गई. इसके बाद से ही उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही थी.