पटना: राजधानी पटना के पीएमसीएच और एनएमसीएच सहित राज्य के सभी पारा मेडिकल कॉलेजों एवं जिला अस्पतालों में पारा मेडिकल छात्रों की रिजल्ट जारी नहीं होने और अपनी छह सूत्री मांग को लेकर आक्रोशित छात्रों ने जमकर हंगामा किया. छात्रों ने पटना के पीएमसीएच के  प्रिंसिपल कार्यालय में ताला लगा दिया. वहीं, इस हंगामा से कुछ देर के लिए ओपीडी सेवा भी बंद करना पड़ा. हालांकि मौके पर पीरबहोर थाना की पुलिस पहुंचकर सभी छात्रों को ओपीडी से हटाया. काफी देर तक हंगामा करने के बाद सभी पारा मेडिकल छात्र एनएमसीएच के लिए रवाना हुए, जहां परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में ताला लगा दिया.


'तीन साल में भी पहला ईयर कंप्लीट नहीं हुआ'


छात्रों का कहना है कि 2020 में हम लोगों ने दो साल के कोर्स के लिए दाखिला लिया था. फर्स्ट ईयर की परीक्षा हुई. छह महीना से अधिक समय हो गया लेकिन अभी तक रिजल्ट नहीं आया है. दो साल के कोर्स के लिए तीन साल में भी पहला ईयर कंप्लीट नहीं हुआ है. साथ ही पारा मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की घोर कमी है. छात्रों ने कहा कि रिजल्ट को लेकर हाई कोर्ट भी हमलोग गए थे. हाई कोर्ट ने तीन महीने के अंदर रिजल्ट जारी करने को कहा था, लेकिन पांच महीने से अधिक हो गए. कोर्ट ऑफ कंडक्ट में हम लोगों ने फिर एक बार मामला दर्ज कराया है. 


एकदिवसीय आमरण अनशन 


छात्रों ने बताया कि अब हम लोग करो या मरो की स्थिति में है. आज हम लोगों ने प्रिंसिपल और परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय में तालाबंदी किया है और एकदिवसीय आमरण अनशन कर रहे हैं. अगर हम लोग की मांगे नहीं मानी जाती है तो कल से पूरे राज्य के अस्पतालों के ओपीडी सेवा नहीं चलने देंगे और चिकित्सा का कार्य को अवरुद्ध करेंगे. बता दें कि पूरे राज्य में लगभग एक लाख से अधिक पारा मेडिकल छात्र है जो सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. इन  पारा मेडिकल छात्र संघ के अध्यक्ष भरत भूषण ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने हम लोगों के साथ बातें कीं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. स्वास्थ सचिव प्रत्यय अमृत हम लोग को धमकी देते हैं लेकिन हम लोग धमकी से नहीं डरने वाले हैं.


ये है छात्रों की मुख्य मांग



  • 1. पारा मेडिकल काउंसिल का गठन यथाशीघ्र किया जाए और सभी ट्रेड से दो-दो सदस्यों को जोड़ा जाए.

  • 2. बिहार पारा मेडिकल का सत्र नियमित किया जाए, लंबित परीक्षा ली जाए और लंबित परीक्षाफल जल्द प्रकाशित किया जाए.

  • 3. सभी जिलों में संचालित पारा मेडिकल कॉलेज में छात्रों को पढ़ाने के लिए यथाशीघ्र ट्विटर डेमोंस्ट्रेटर लेक्चरर की नियुक्ति की जाए .

  • 4. 5 करोड़ 70 लाख रुपये जो ट्रेड यूनियन का पैसा जारी किया गया है वह छात्रों के अकाउंट में जाना चाहिए. सभी नामांकित पारा मेडिकल छात्रों के लिए स्वीकृत ₹1500 प्रति महीना पेड इंटर्नशिप की राशि यथाशीघ्र मुहैया कराई जाए.

  • 5. बिहार में शुरू किए गए नए पारा मेडिकल कोर्स जैसे एनेस्थीसिया एनेस्थीसिया टेक्नीशियन, ब्लड बैंक टेक्नीशियन, रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, हॉस्पिटल डोमिसिलिअरी केयर असिस्टेंट, ऑर्थोपेडिक, ऑप्टिक एंड प्रोस्थेटिक ,प्लास्टर टेक्नीशियन, आदि का नियमावली बनाई जाए, जिससे छात्रों का भविष्य पता चल सके.

  • 6. सभी जिलों में चल रहे पारा मेडिकल कॉलेज के छात्रों को जिले के अस्पतालो में प्रशिक्षण के लिए जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था राज्य सरकार यथाशीघ्र करें, जिससे छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें.


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