बिहार चुनाव के बीच पूर्णिया से लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने अपने बेबाक बयान से फिर सियासी हलचल मचा दी है. पप्पू यादव ने न सिर्फ निर्दलीय सांसद बनने की मुश्किलों को लेकर बड़ा बयान दिया, बल्कि राजद नेता तेजस्वी यादव के रोजगार देने वाले वादे पर भी तीखा सवाल खड़ा किया.
चुनावी माहौल में पप्पू यादव ने एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा, “निर्दलीय सांसद बनना, ये भगवान के बाप की भी औकात नहीं. आप सोचिए, बिना किसी बड़े दल या गठबंधन के जनता के बीच से अकेले निकलना कितना कठिन है.”
तेजस्वी यादव के नौकरी देने के वादे पर राहुल गांधी के रिएक्शन पर पप्पू यादव ने कहा, "कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ऐसी बात नहीं कही.”
पप्पू यादव ने आगे कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 लाख रुपये और दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, तो बाद में उसे “जुमला” बता दिया गया. उन्होंने तंज करते हुए कहा, “जब उन्होंने 15 लाख, दो करोड़ नौकरी और जाली नोट और स्विस बैंक से पैसा ला रहे थे, तो उन्होंने जुम्लेबाजी कह दी. जब अमित शाह ने कहा कि मेरा जुमला था, तो क्या डॉलर, नोटबंदी, शेयर मार्केट, जीएसटी, बुलेट ट्रेन, स्टील, स्टार्टअप ये सब जुमले थे.”
'तेजस्वी वादा करेंगे तो पूरा करेंगे'
हालांकि, पप्पू यादव ने यह भी कहा कि अगर तेजस्वी यादव ने नौकरी देने का कोई निर्णय लिया है, तो वे उसे निभाने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा, “तेजस्वी ने अगर कोई निर्णय लिया है, तो निश्चित रूप से तेजस्वी पूरा करेंगे. उन्होंने मोदी जी की तरह 3 करोड़, 2 करोड़ नौकरी की बात नहीं की. हमारे नेता ने कहा है कि दो साल से 3 साल लगेंगे, हम बिहार को नंबर वन बनाएंगे और रोजगार की बात करेंगे.”
पप्पू यादव के इन बयानों से बिहार की सियासत में नई बहस छिड़ गई है. एक तरफ़ उन्होंने खुद को जनता का सच्चा प्रतिनिधि बताया, वहीं तेजस्वी यादव और मोदी दोनों के वादों की तुलना कर राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया.