दरभंगा/पटनाः पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को बेहतर इलाज के लिए भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच गुरुवार की शाम  वीरपुर जेल से डीएमसीएच दरभंगा लाया गया. इस बीच पप्पू यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें इस केस में बिना मतलब के फंसाया गया है. यह केस उनका है ही नहीं.


डेढ़ महीने से सेवा करते-करते खुद खत गया हूं


पप्पू यादव ने कहा कि डेढ़ महीने से कोरोना पेशेंट की मदद करते-करते खुद ही थक गए हैं. उन्होंने नीतीश कुमार से अपील करते हुए कहा कि वो उनका बहुत सम्मान करते हैं. वो काम करने दें वो उनका सहयोग करते रहेंगे. हर आदमी तक वो खाना, दवाई और ऑक्सीजन पहुंचाते रहेंगे.


इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार से अपील करते हुए कहा कि आप सहयोग करते रहें. मारिए मत बेटे की तरह लोगों की सेवा करने दीजिए. पप्पू यादव ने मीडिया से कहा कि उन्हें किडनी में दर्द है और बैक पेन है. गौरतलब हो कि तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने जेल में उनके स्वास्थ्य की जांच की थी. इसके बाद टीम ने उन्हें हायर सेंटर रेफर करने के लिए अनुशंसा की. इसके बाद पप्पू यादव को दरभंगा के डीएमसीएच लाया गया.


दो दिनों में पप्पू यादव को करें रिहा नहीं तो अनशन


इधर, 32 साल पुराने किडनैपिंग केस के मामले में जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष सह पूर्व सांसद पप्पू यादव को जेल भेजने के मामले में उनकी पत्नी व पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने पटना में राज्य और केंद्र सरकार पर जमकर बोला. गुरुवार को प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर दो दिनों में पप्पू यादव की रिहाई नहीं हुई तो मैं मुख्यमंत्री, उनके गुर्गे, राजीव प्रताप रूडी और भाजपाई को सड़क पर खड़ा करुंगी.


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