North East Expres News: बिहार (Bihar) के बक्सर में बुधवार को बड़ा रेल हादसा हुआ, जब दिल्ली (Delhi) के आनंद विहार से असम के कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (North East Expres) ट्रेन के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस हादसे में चार लोगों की मौत भी हो गई. वहीं कई घायल भी हो गए. इसके बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया और नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद उसके कुल 1,006 यात्रियों को उनके गतंव्य के लिए राहत ट्रेन से रवाना किया गया. वहीं अब खबर आ रही है कि अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए राहत ट्रेन में यात्रा कर रहे कुल 1,006 लोग अपने-अपने स्टेशनों पर उतर गए हैं.


वहीं इस रेल हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट भी आ गई है. इस जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि रेलवे ट्रैक में कुछ खामियां थीं. कहा ये भी जा रहा है कि रेलवे के छह अफसरों से इस प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में साइन किया है. हालांकि, रेलवे के कुछ अधिकारियों की तरफ से ये दावा भी किया गया कि इमरजेंसी ब्रेक लगाकर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस का प्रयास किया गया था. वहीं इस जांच रिपोर्ट में रेल के डिब्बों को लेकर भी  जानकारी दी गई. जांच रिपोर्ट में डिब्बों को लेकर कहा गया कि ट्रेन के 22 डिब्बे पटरी और इंजन पटरी से  उतर गए. इसमें से दो डिब्बे पूरी  तरह से पलट भी गए.



ट्रेन के पहियों के पास से चिंगारी निकली
वहीं प्रारंभिक रिपोर्ट में लोको पायलट के हवाले से कहा गया है कि अत्यधिक कंपन और गंभीर झटके की वजह से ट्रेन के ब्रेक पाइप का दबाव अचानक कम हो गया. इसकी वजह से ट्रेन पटरी से उतर गई. लोको पायलट के बयान के मुताबिक, उन्होंने बुधवार रात  8:27 बजे दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन से ट्रेन की कमान संभाली. उन्होंने बताया कि उस समय सब कुछ ठीक था. उन्होंने बताया कि इसके बाद ट्रेन 9:29 बजे बक्सर पहुंची. इसके बाद पायलट ने दोबारा इंजन की जांच की. इस बार भी सब कुछ सही था. रिपोर्ट के मुताबिक, एक गेटमैन और एक प्वॉइंटमैन ने रघुनाथपुर स्टेशन पर ट्रेन के पहियों के पास से चिंगारी निकलती देखी.


North East Express Accident: कैसे बेपटरी हुई नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस? शुरुआती जांच में सामने आई हादसे की बड़ी वजह