Pappu Yadav Lok Sabha Chunav: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बिहार की 40 सीटों पर इंडिया गठबंधन में उलझा मामला अब सुलझ गया है. आज (29 मार्च) इसकी औपचारिक घोषणा भी हो जाएगी. कांग्रेस में पप्पू यादव की एंट्री के बाद इन 40 सीटों में महागठबंधन के बीच पूर्णिया हॉट सीट बन गई है. आरजेडी ने बीमा भारती को पूर्णिया के लिए सिंबल दे दिया है. यह भी साफ हो गया है कि कांग्रेस को यह सीट नहीं दी जाएगी. इस बीच खबर है कि पप्पू यादव ने अपनी ओर से तैयारी शुरू कर दी है. उन्हें आरजेडी और कांग्रेस के निर्देश का इंतजार नहीं है.


दरअसल पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ने के लिए ही पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया है. अब जब उन्हें निराशा हाथ लगी है तो उन्होंने साफ कह दिया है कि दुनिया छोड़ देंगे पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे. अब सवाल है कि पप्पू यादव के पास क्या रास्ते हैं? वह किस तैयारी से चुनाव लड़ने वाले हैं?


इमोशनल वीडियो... निर्दलीय चुनाव?


पप्पू यादव के बेहद करीबी और विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पप्पू यादव हर हाल में पूर्णिया लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस पर उन्होंने यह जरूर छोड़ दिया है कि वह आला कमान की बात मानेंगे, लेकिन इसके पीछे भी वह बड़ी तैयारी में हैं. जानकारी के अनुसार पप्पू यादव आज महागठबंधन में सीट शेयरिंग के औपचारिक एलान का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद वह अपनी रणनीति पर चलेंगे. खबर है कि पप्पू यादव पहले एक वीडियो जारी करेंगे जो इमोशनल वीडियो होगा. पूर्णिया की जनता से अपनी इमोशनल बात रखेंगे.


यह भी बात सामने आ रही है कि एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया जा सकता है. इसमें पूर्णिया की जनता से विचार लिए जाएंगे कि पप्पू यादव को क्या करना चाहिए. संभवतः शनिवार (30 मार्च) को वह घोषणा कर सकते हैं कि पूर्णिया सीट से वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. अपने विश्वसनीय लोगों से पप्पू यादव ने साफ तौर पर कहा है कि वह राजनीति करने के लिए आए हैं, अगर संन्यास लेना होगा तो मंदिर में जाएंगे किसी पार्टी के कार्यालय में नहीं जाएंगे.


निर्दलीय लड़ते हैं तो क्या होगा?


उधर दूसरी ओर सबसे बड़ा सवाल है कि पूर्णिया से अगर पप्पू यादव निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो उनकी स्थिति क्या होगी? पिछले रिकॉर्ड के अनुसार पप्पू यादव पांच बार सांसद रह चुके हैं. तीन बार वह पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं. इनमें से दो बार निर्दलीय चुनाव जीते हैं जबकि एक बार समाजवादी पार्टी के सिंबल पर उन्होंने यहां से चुनाव जीता है. इसके अलावा दो बार मधेपुरा से जीत चुके हैं. पिछले छह महीने से वह प्रणाम पूर्णिया के अभियान पर चल रहे थे. पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र की हर गली और हर घर में जा रहे थे. लोगों से मिल रहे थे. ऐसे में अगर पप्पू यादव पूर्णिया में निर्दलीय प्रत्याशी होते हैं तो मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना है.


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