पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) ने एलजेपी (LJP) और बीजेपी (BJP) को झटका दिया है. चुनाव से पहले ही दल बदल का खेल बिहार में दिखने लगा है. रविवार (30 अप्रैल) को एलजेपी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जेडीयू का दामन थामा है. जेडीयू मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में रविवार को दरौली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सह अखिल भारतीय चौहरमल मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार मांझी के नेतृत्व में एलजेपी और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जेडीयू की सदस्यता ली है.


वशिष्ठ नारायण सिंह का बीजेपी पर हमला


कर्पूरी सभागार में रविवार को मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आस्था व्यक्त करते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान मिलन समारोह में वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि देश के मौजूदा हालात बेहद नाजुक और चिंताजनक बनी हुई है. बीजेपी पर हमला करते हिए कहा कि भावनात्मक मुद्दों के सहारे देश की जनता को मूल मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रही है.



सीएम नीतीश कुमार के कार्यों की हुई तारीफ


वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि संवैधानिक व लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ भारतीय जनता पार्टी छेड़छाड़ कर रही है. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वशिष्ठ नारायण सिंह ने नीतीश की तारीफ भी की. कहा कि देश की बेहतरी के लिए देश को संभालने का कमान सक्षम और सामर्थ्यवान हाथों में मिलना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 17 वर्षों के अद्भुत कार्यकाल से यह साबित किया है कि वह एक सामर्थ्यवान व्यक्ति हैं.


इन नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ली सदस्यता


कर्पूरी सभागार में रविवार को आयोजित समारोह में अखिल भारतीय चौहरमल मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक रमेश प्रसाद दांगी, प्रधान महासचिव भजु राम पासवान, महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिता पासवान, प्रदेश महासचिव सिकंदर पासवान, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हिरामुनी पासवान ने जेडीयू की सदस्यता ली. इस मौके पर बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री दसई चौधरी, विधान पार्षद ललन सर्राफ, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह गांधी आदि मौजूद रहे.


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