SBI Electoral Bonds Data: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी को किसने 10 करोड़ रुपये दे दिए यह पता ही नहीं है. ना ही पार्टी ने जानने की कोशिश की थी. जेडीयू ने निर्वाचन आयोग से कहा है कि वर्ष 2019 में किसी ने उसके कार्यालय में 10 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड वाला एक लिफाफा सौंपा था जिसे उसने कुछ ही दिनों में भुना लिया था, लेकिन उसके पास दानदाता की कोई जानकारी नहीं है.


निर्वाचन आयोग ने रविवार (17 मार्च) को जैसे ही विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से सौंपी गई सीलबंद जानकारी का खुलासा किया, बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से दी गई जानकारी से पता चला कि उसे कुल 24 करोड़ रुपये से अधिक के चुनावी बॉन्ड मिले हैं. पार्टी ने क्रमशः एक करोड़ रुपये और दो करोड़ रुपये के बॉण्ड के दानदाताओं के रूप में भारती एयरटेल और श्री सीमेंट के नामों का भी खुलासा किया.


एक अन्य जानकारी में जेडीयू ने इन बॉन्ड के माध्यम से कुल 24.4 करोड़ रुपये के दान का खुलासा किया, जिनमें से कई हैदराबाद और कोलकाता में स्थित एसबीआई की शाखाओं से जारी किए गए थे और कुछ पटना में जारी किए गए थे.


'...तो हमें चुनावी बॉन्ड मिले'


सबसे दिलचस्प जानकारी पार्टी के बिहार कार्यालय की ओर से दी गई जिसमें कहा गया है कि "कोई व्यक्ति तीन अप्रैल, 2019 को पटना स्थित हमारे कार्यालय में आया और एक सीलबंद लिफाफा सौंपा. जब इसे खोला गया तो हमें चुनावी बॉन्ड मिले. लिफाफे में एक-एक करोड़ रुपये के 10 बॉन्ड थे. इस दानदाता के बारे में जानकारी नहीं है और न ही जानने की कोशिश की गई क्योंकि उस समय उच्चतम न्यायालय का कोई आदेश नहीं था."


पार्टी ने कहा, "तदनुसार, भारत सरकार की गजट अधिसूचना के अनुसार, हमने पटना स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा में एक खाता खोला और इसे जमा किया. इसके बाद 10 अप्रैल, 2019 को हमारी पार्टी के खाते में यह राशि जमा की गई. इस स्थिति को देखते हुए हम दानदाताओं के बारे में अधिक जानकारी देने में असमर्थ हैं.'' वहीं पार्टी ने श्री सीमेंट और भारती एयरटेल को अपने अन्य दाताओं के रूप में सूचीबद्ध किया. 


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