नीतीश कुमार के लिए नवंबर का महीना लकी रहा है. वैसे तो वो 9 बार सीएम की शपथ लेकर रिकॉर्ड बना चुके हैं.  लेकिन नवंबर महीने में शपथ की बात करें तो इस महीने वो अब तक 4 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं. 20 तारीख को नवंबर महीने में वो पांचवीं बार शपथ लेने जा रहे हैं.

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पहली बार 7 दिनों के लिए बने थे सीएम

नीतीश कुमार पहली बार साल 2000 में 7 दिनों के लिए सीएम बने थे. उस वक्त उन्होंने 3 मार्च को शपथ ली थी. दूसरी बार बीजेपी के साथ सरकार बनाई और 24 नवंबर 2005 को सत्ता संभाली. 26 नवंबर 2010 को नीतीश तीसरी बार सीएम बने. इस बार भी बीजेपी के साथ सरकार बनी. 

इसके बाद नीतीश 2013 में बीजेपी से अलग हो गए. 2014 का लोकसभा चुनाव बीजेपी से अलग लड़ा और जब हार मिली तो इस्तीफा देकर जीतन राम मांझी को सीएम बनाया. लेकिन बहुत दिन तक खुद को सीएम की कुर्सी से दूर रख नहीं पाये और 2015 के फरवरी महीने में मांझी को हटाकर खुद सीएम बने. 22 फरवरी 2015 को नीतीश ने चौथी बार सीएम पद की शपथ लीय

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फिर 2015 का चुनाव आरजेडी के साथ लड़ा और 20 नवंबर 2015 को पांचवीं बार सीएम बने. लेकिन महज बीस महीने बाद लालू का साथ छोड़ा और बीजेपी के साथ चले गए. 27 जुलाई 2017 को छठी बार शपथ ली. 

नौंवी बार 28 जनवरी 2024 को ली शपथ

2020 का चुनाव बीजेपी के साथ लड़ा.  16 नवंबर 2020 को फिर से सीएम बने. लेकिन 2022 में नीतीश ने बीजेपी का साथ छोड़ा. आरजेडी के साथ जाकर आठवीं बार 10 अगस्त 2022 को शपथ ली. 2024 में फिर पलटे और बीजेपी के साथ लौटकर 28 जनवरी 2024 को नौवीं बार शपथ ली. 

अब 20 नवंबर की तारीख चर्चा में है. गांधी मैदान में नीतीश कुमार 10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे. गांधी मैदान के इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए वहां जबरदस्त तैयारी चल रही है. केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पहला मौका होगा जब गांधी मैदान में एनडीए की सरकार शपथ लेगी. 

इससे पहले 2015 में महागठबंधन की सरकार ने गांधी मैदान में शपथ ली थी. बाद के तमाम शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में ही हुए हैं. 2020 में कोरोना की वजह से कार्यक्रम गांधी मैदान में नहीं हो पाया था.